बाराबंकीः शिक्षा जरूरी है जब अशिक्षित लोगों के हाथ में देश की सत्ता जाती है तो देश की रूंह खत्म हो जाती हैं- तनुज पुनिया
विधान केसरी समाचार
बाराबंकी। संविधान माथे पे लगाने की नही अपने ख्यालात में उतारने की पुस्तक है, शिक्षा जरूरी है जब अशिक्षित लोगों के हाथ में देश की सत्ता जाती है तो देश की रूंह खत्म हो जाती हैं। शिक्षा मानव जीवन में जरूरी है क्योंकि इसका मकसद दिमाग को खोलना है। शिक्षा के क्षेत्र में जितनी भी तरक्की हुई है उसका दायित्व देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद को जाता है। इस देश की मिट्टी में समाज के सभी वर्गों का खून शामिल है इसलिये भाई से भाई को लड़ाने वाली ताकतों से हमें होशियार रहना होगा। आज मैं महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद की 137 वीं जयन्ती की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करती हूं।
उक्त उद्वगार राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की पूर्व संध्या के अवसर पर देश के प्रथम शिक्षा मंत्री महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद जी की 137 वीं जयन्ती के अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा नगर परिषद हाल में आयोजित विचार गोष्ठी एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम की विशेष वक्ता लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति रेखा वर्मा ने व्यक्त किये। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बाराबंकी के सांसद तनुज पुनिया मौजूद थे तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष हिसाल बारी किद्वई ,वरिष्ठ अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ,वरिष्ठ पत्रकार तारिक खां तथा समाजसेवी मोहम्मद उमेर किद्वई तथा कार्यक्रम के आयोजक कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन कांग्रेस पार्टी के प्रशान्त सिंह ने किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तनुज पुनिया ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात अपने संबोधन में कहा कि, आज का नौजवान ही कल के भारत का भविष्य है और उसे अच्छी सामाजिक शिक्षा ग्रहण करके देश को बनाने के लिये राजनीति में आकर जो समाज गंदगी की बात करता है उसे दूर करने का काम करें। आज मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयन्ती के अवसर पर हम कांग्रेस परिवार के साथ उन्हें नमन करते हुये आपसे यह आग्रह करते हैं कि देश में भाई चारा बना रहे इसके लिये हमें मौलाना आजाद के दिखाये रास्ते और सिद्धांतों पर चलना होगा। जो अंग्रेजी हुकूमत के खिलॉफ थे और उन्होनें अपने समय के मुस्लिम नेताओं की भी आलोचना की जो देश के हित के समक्ष साम्प्रदायिक हित को तरजीह दे रहे थे। और अन्य मुस्लिम नेताओं से अलग होकर बंगाल के विभाजन का विरोध किया और आल इण्डिया मुस्लिम लीग की अलगाववादी विचारधारा को खारिज कर दिया।
कार्यक्रम के आयोजक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन ने अतिथिगणों का स्वागत करते हुये कहा कि, मौलाना अबुल कलाम आजाद जिन्होनें गांधी जी के असहयोग आन्दोलन में सक्रीय रूप से भाग लिया वो भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे जिन्होनें 11 वर्षों तक राष्ट्र की शिक्षा नीति का मार्गदर्शन किया देश में आई0आई0टी0 और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना का श्रेय आप ही को जाता है।
उक्त समारोह में मुख्य अतिथि सांसद तनुज पुनिया तथा विशेष वक्ता पूर्व कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय की रेखा वर्मा ने संयुक्त रूप से सांई इण्टर कॉलेज, महारानी लक्ष्मी बाई इण्टर कॉलेज, पायनियर माण्टेसरी स्कूल, सेठ एम0आर0 जय पुरिया कॉलेज, सेण्ट एंथोनी, बाबा गुरूकुल एकेडमी, सागर इंटर नेशनल, आनन्द भवन, सेण्ट्रल अकादमी, रॉयल ब्ल्यू पब्लिक स्कूल, यंग स्ट्रीम, एम0बी0 कॉलेज, राम सेवक यादव इण्टर कॉलेज, सेवेन्थ डे पब्लिक स्कूल, के इण्टरमीडिएट व हाईस्कूल की 2024 की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
उक्त समारोह में प्रमुख रूप से राजेन्द्र वर्मा फोटो वाला, सरजू शर्मा, सुरेश गौतम, इरफान कुरैशी, शबनम वारिश, अजीत वर्मा, इजहार सिद्दीकी, वीरेन्द्र प्रताप यादव, शईस्ता अख्तर, संजीव मिश्रा, गौरी यादव, प्रीती शुक्ला, तारिक जिलानी, मोहम्मद फैसल, के0सी0 श्रीवास्तव, गोपी कनौजिया, राम रहख रावत, मोईनुद्दीन अंसारी, अखिलेश्वर मणी त्रिपाठी, मोहम्मद सुरेश सिब्बू, श्रीमति चित्रा वर्मा, अनवर महबूब किद्वई, फरीद अहमद, देवेन्द्र सिंह मोनू, जमीरूल हसन उस्मानी, रामू यादव, फरहान किद्वई, आफाक अली, अरशद अहमद,सहित सैंकड़ों की संख्या में स्कूलों के मेघावी छात्र प्रबन्धकगण तथा अभिभावक मौजूद थे। कार्यक्रम में विशेष सहयोग के लिये आयोजक कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन ने श्रीमती गौरी यादव, अजीत वर्मा, प्रशान्त सिंह, सभासद मोहम्मद फैसल, तथा सेवेन्थ डे पब्लिक स्कूल के प्रबंधक आफाक अली का सहयोग के लिये आभार व्यक्त किया।