ट्रंप ने बढ़ाई ट्रूडो की टेंशन! टॉम होमन को सौंपी बॉर्डर की कमान
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार (10 नवबर) को देर रात घोषणा कि वे आने वाले प्रशासन में देश की सीमाओं की निगरानी के लिए कट्टरपंथी आव्रजन अधिकारी टॉम होमन को वापस ला रहे हैं. रिपब्लिकन दिग्गज ने अपने राष्ट्रपति पद के पहले दिन से ही अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ा अवैध अप्रवासियों का निर्वासन अभियान शुरू करने का संकल्प लिया है.
ट्रंंप ने अपने सोशल नेटवर्क ट्रुथ सोशल पर लिखा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि पूर्व आईसीई निदेशक और सीमा नियंत्रण के दिग्गज टॉम होमन ट्रंप प्रशासन में शामिल होंगे और हमारे देश की सीमाओं की देखभाल करेंगे. मैं टॉम को काफी समय से जानता हूं और हमारी सीमाओं पर पुलिसिंग और नियंत्रण करने में उनसे बेहतर कोई नहीं है.”
ट्रंप ने कहा कि होमन “सभी अवैध विदेशियों को उनके मूल देश वापस भेजने” के प्रभारी होंगे. उन्होंने ये भी कहा कि होमन के कर्तव्यों में मैक्सिको और कनाडा के साथ सीमाओं के साथ-साथ अमेरिकी तटरेखा और हवाई क्षेत्र की देखरेख भी शामिल होगी.
2017 में अपने कार्यकाल के दूसरे सप्ताह में ट्रंप ने होमन को आईसीई का कार्यवाहक निदेशक नियुक्त किया. उसी साल नवंबर में ट्रंप ने उन्हें आईसीई का स्थायी निदेशक नामित किया, लेकिन सीनेट ने उनके नामांकन पर कभी कार्रवाई नहीं की.
होमन ने ट्रंप की पारिवारिक अलगाव नीति को डिजाइन करने और उसे लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके तहत बिना कानूनी अनुमति के दक्षिणी सीमा पार करके अमेरिका में प्रवेश करने वाले बच्चों को उनके माता-पिता या अन्य वयस्कों से अलग कर दिया जाता था ताकि उन लोगों पर आपराधिक मुकदमा चलाया जा सके.
इस नीति को कभी-कभी “शून्य सहनशीलता” के रूप में संदर्भित किया जाता है, जो 2017 में शुरू हुई और 2018 की शुरुआत में इसे और बढ़ाया गया, लेकिन बड़ी संख्या में अमेरिकियों की ओर से इसे अमानवीय करार दिए जाने के बाद प्रशासन ने इसे वापस ले लिया.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा के अधिकारियों ने कहा कि वो हाई अलर्ट पर हैं और अमेरिका के साथ सीमा पर निगरानी रखे हुए हैं. दरअसल, चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने वादा किया था कि वो सत्ता आने के बाद अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े डिपोर्टेशन कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. ऐसे में अमेरिका से अप्रवासियों के आने की संभावना के चलते कनाडा हाई अलर्ट पर है.
एक अधिकारी ने कहा, “हम हाई-अलर्ट पर हैं. हम अपनी नजरें सीमा पर बनाए हुए हैं ताकि देख सकें कि क्या होने वाला है.. क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप के डिपोर्टेशन प्रोग्राम की वजह से कनाडा में अवैध और अनियमित प्रवासियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है.”