लखनऊ: खनन मानकों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से मिट्टी खनन जारी, मिट्टी लदे डंफरों से हो चुके हैं हादसे
विधान केसरी समाचार
लखनऊ। लखनऊ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी खनन लगातार किया जा रहा हैं। कई महीनो से अवैध तरीके से मिट्टी खनन कर मिट्टी प्राइवेट प्लाटिंगों एवं निर्माणाधीन मकानों अन्य निजी संस्थानों में महंगे दामों पर बेची जा रही है। वहीं बीकेटी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत पश्चिम गांव, नरहरपुर, बैरूमऊ, रैथा अन्य जगहों पर धड़ल्ले से किया जा रहा हैं। मिट्टी खनन में चलने वाले डंपरों से क्षेत्रीय सड़के तो खराब हो ही रही हैं साथ ही साथ आम नागरिकों को काफी मुश्किलों का सामना सड़क पर करना पड़ता हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीकेटी तहसील क्षेत्र पश्चिम गांव,बैरूमऊ, नरहरपुर अन्य जगहों पर परमिशन के नाम पर मिट्टी खनन किया जा रहा हैं। जहां परमिशन की आड़ में खनन परमिशन से ज्यादा मिट्टी खोदकर निजी काम के लिए बेचीं जा रही हैं।
इन मिट्टी खनन करने वाली जगह की ना तो क्षेत्रीय लेखपाल ने कोई जांच की है और ना ही इन पर खनन विभाग के इंस्पेक्टर अन्य अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाहीं नहीं की जाती है। सूत्रों की माने तो तहसील अधिकारियों की संरक्षण में मिट्टी खनन धड़ल्ले से किया जाता हैं। मिट्टी खनन में लगे डंपरों से पिछले कई महीनो पहले सैरपुर क्षेत्र में एक व्यक्ति की डंपर से मौत हुई थी और कुछ महीना पहले बगहा गांव में एक युवक की डंपर से मौत हो गई थी, इसके बावजूद भी प्रशासन इन मिट्टी खनन करने वालों पर कोई कार्यवाहीं नहीं करता हैं। दिन हो या रात हो मिट्टी खनन का कारोबार बदस्तूर जारी हैं। वहीं खनन विभाग के मानकों को ताक पर रखकर खनन ठेकेदार मिट्टी खनन कर रहे हैं, जिसमें ना तो मिट्टी लदे डंपर पर पन्नी डाली जाती है और ना ही पानी का छिड़काव किया जाता है, जिससे कि सड़क पर दौड़ने वाले मिट्टी लदे डंपरों से जो धूल उड़ती है उसे लोग दमा का शिकार होते हैं सड़क पर नागरिकों को सांस लेने में काफी दिक्कत होती हैं। जिम्मेदार बीकेटी तहसील के अधिकारी व खनन अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे कि लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है और क्षेत्र की सड़के बर्बाद हो रही हैं।