कुंदरकी उपचुनाव में सुर्खियां बना IPS इल्मा अफरोज का मुद्दा, भाजपा के रामवीर ने इल्मा प्रकरण को बताया चिंताजनक, सपा के एसटी हसन ने भी जताया अफसोस

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सनेश ठाकुर

मुरादाबाद (विधान केसरी)। हिमाचल में मुरादाबाद के कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र की मूल निवासी आईपीएस इल्मा अफरोज को लंबी छुट्टी पर भेजे जाने के मामले ने अब सियासी तूल पकड़ लिया है। भाजपा जहां इसे सपा कांग्रेस के खिलाफ चुनावी हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है वहीं सपा हिमाचल की कांग्रेस सरकार के इस फैसले से किनारा कर अपना बचाव करते हुए कांग्रेस हाई कमान से इसमें दखल अंदाजी की मांग कर रही है। उधर कुंदरकी से भाजपा के उम्मीदवार रामवीर सिंह ने भी IPS इल्मा अफरोज के प्रकरण को चुनावी मुद्दा बनाते हुए इस मामले को बेहद चिंताजनक बताया है। सपा ने राहुल गांधी से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।

बता दें कि कुंदरकी की रहने वाली इल्मा अफरोज को कांग्रेस विधायक से पंगे के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने लंबी छुट्टी पर भेज दिया है। इल्मा कुछ दिन पहले ही अपनी मां के साथ अपने पैतृक आवास कुंदरकी आई हुई हैं। जहां उनसे मिलने वालों और उनके साथ सहानुभूति रखने वाले का तांता लगा है। उधर कुंदरकी से भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह ने इस हिमाचल की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि कांग्रेस अपने स्वार्थ में एक मुस्लिम महिला अधिकारी का उत्पीड़न और मुस्लिम समाज की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है।
दरअसल कुंदरकी विधानसभा सीट पर इस वक्त उपचुनाव चल रहा है और कुंदरकी के 60 फीसदी मुसलमान तय करेंगे कि कुंदरकी से कौन विधायक बनेगा ऐसे में भाजपा के रामवीर सिंह मुस्लिमों का वोट हासिल करने के लिए पूरी जी तोड़ कोशिश में लगे है, अभी पिछले दिनों एक कार्यक्रम में मुस्लिम समाज की जालीदार टोपी और अरबी रुमाल कांधे पर पहने रामवीर सिंह की फोटो भी सोशल मीडिया पर खासी सुर्खियों में रहे थी, और ये हकीकत भी है कि मुस्लिम समाज का एक बड़ा तबका रामवीर सिंह का खुलेमन से समर्थन भी कर रहा है इन सबके बीच इल्मा अफरोज के इस प्रकरण का भी रामवीर सिंह अपने चुनावी प्रचार में खुलकर इस्तेमाल कर रहे है।उन्होंने इल्मा अफरोज का खुला समर्थन करके खुले तौर पर मुस्लिम कार्ड चल दिया है।

पूर्व सपा सांसद ने भी जताया अफसोस

इसके बाद मुरादाबाद के पूर्व सपा सांसद डॉ. एसटी हसन भी इल्मा अफरोज के समर्थन में उतर आए हैं। सोशल मीडिया पर भी इल्मा अफरोज के समर्थन में कैंपेन चल रहा है। मुरादाबाद के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा कि इल्मा अफरोज को लंबी छुट्टी पर भेजना कांग्रेस सरकार के लिए शर्म की बात है। एक महिला अधिकारी जो अपनी ड्यूटी को सही ढंग से निभा रही थी। उसके खिलाफ कार्रवाई करके कांग्रेस सरकार ने गलत नजीर पेश की है। इस मामले में राहुल गांधी को दखल देना चाहिए। ऐसे विधायक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

रामवीर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा

“‘हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा कुंदरकी निवासी आईपीएस इलमा अफरोज को कांग्रेस विधायक की पत्नी के वाहनों का चालान काटने पर लंबी छुट्टी पर भेजना चिंताजनक है। यह घटना दर्शाती है कि सपा व कांग्रेस अपने स्वार्थ के लिए मुस्लिम समुदाय की भावनाओं से खिलवाड़ कर रही है।
कुंदरकी के लोग देख रहे हैं कि कांग्रेस और सपा गठबंधन केवल दिखावे के लिए मुस्लिम समाज का समर्थन मांग रहे हैं, लेकिन वास्तव में ये एक मुस्लिम महिला अधिकारी की जायज कार्यवाही तक को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे। इससे यह सवाल उठता है कि क्या वे सच में मुस्लिम समाज के हितैषी हैं या सिर्फ वोट बैंक के लिए राजनीति कर रहे हैं?
उन्होंने आगे लिखा भाजपा का समर्थन करने वाले लोग जानते हैं कि भाजपा ऐसी पार्टी है जो सभी समुदायों का सम्मान करती है और कानून के प्रति निष्पक्षता बनाए रखती है। कुंदरकी के मुस्लिम भाई-बहनों के लिए यह समझने का समय है कि असली समर्थन कौन दे रहा है- वो जो सच में साथ खड़ा है, या वो जो सिर्फ चुनावी मौसम में मुस्कुराता है।”

तेजतर्रार आईपीएस इल्मा अफरोज और उनका सफर

इल्मा अफरोज जनपद मुरादाबाद के कुंदरकी कस्बे की मूल निवासी है और  एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं। बचपन में पिता की मृत्यु के बाद उनकी मां ने इल्मा को पढ़ाया लिखाया और आज इस काबिल बनाया कि केवल मुरादाबाद में ही नहीं देशभर में इल्मा अफरोज की चर्चा होती है। इल्मा दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कालेज से ग्रेजुएट और लंदन की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड से पीजी किया। 2017 में उनका चयन IPS के लिए हुआ। ट्रेनिंग के बाद उन्हें हिमाचल प्रदेश कॉडर दिया गया। हिमाचल प्रदेश में एसपी रहते हुए सत्ताधारी कांग्रेस के विधायक की पत्नी के वाहनों के चालान काटने और डंपर सील करने की वजह से उनका कांग्रेस विधायक से टकराव हुआ। जिसके बाद हिमाचल सरकार ने इल्मा अफरोज को लंबी छुट्टी पर भेज दिया है। कुछ दिन पहले इल्मा अफरोज हिमाचल में अपने सरकारी आवास को खाली करके मां के साथ अपने पैतृत गांव कुंदरकी पहुंची।

अब विधायक राम कुमार चौधरी ने इस पूरे मामले पर मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा है

सोलन के बद्दी में पत्रकार वार्ता के दौरान विधायक राम कुमार चौधरी (MLA Ram Kumar Chaudhary) ने इस पूरे विवाद में उनका नाम घसीटने पर सफाई दी. विधायक ने कहा कि एसपी बद्दी का छुट्टी जाना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं  आता है और ना ही वह किसी अफसर को छुट्टी पर भेज सकते हैं, यह मामला गृह विभाग व मुख्यमंत्री के अधीन आता है और एक अफसर निजी कारणों से छुट्टी जाने के मामले को उछलना ओच्छी हरकत है।