प्रयागराजः एक्यूप्रेशर संस्थान का 26वाँ वार्षिकध्अन्तर्राष्ट्रीय अधिवेशन आरंभ
विधान केसरी समाचार
प्रयागराज। एक्यूप्रेशर संस्थान का 26वाँ राष्ट्रीय एवं दूसरा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ आज छतनाग झूँसी स्थित माता प्रसाद खेमका एक्यूप्रेशर महाविद्यालय में हुआ। सर्वप्रथम कार्यक्रम के आरम्भ में आने वाले प्रशिक्षुओं एवं विशेषज्ञों को रामकुमार शर्मा ने संकल्प दान कराया।
कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चैबे ने प्रशिक्षुओं एवं विशेषज्ञों को सम्बोधित किया और उन्हें आर्शीवाद दिया। मण्डालायुक्त विजय विश्वास पंत कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अपर आयुक्त प्रशासन पुष्पराज सिंह विशिष्ट अतिथि के रुप में मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जस्टिस राजेस कुमार ने करते हुए इस विद्या से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया और विश्वास व्यक्त किया कि यह विधा जल्द ही विश्व की एक प्रमुख उपचार विद्या के रुप में प्रतिष्ठित होगी।
आज के कार्यक्रम में एक्यूप्रेशर की सेवा कर रहे सेवाधारियों को सम्मानित किया गया जिसमें इस वर्ष का ृमाता प्रसाद खेमका सम्मान’ बैंगलोर की अर्चना त्रिवेदी को दिया गया। अन्य जिन साथियों को सम्मानित किया गया उनमें पुणे से आये कर्नल राम पिडंसे, बंगलौर के से एम.वी. रवीन्द्रन, प्रयागराज से अभय त्रिपाठी, बेलगाँव से जी.जी. सालुंके, कोलकाता से चंचल अग्रवाल और सूरत से अनिल सिंह के नाम शामिल है।
अतिथियों ने संस्थान के प्रवर समिति के सदस्य एस. पी. केसरवानी एवं ए. के. शुक्ला का विशेष सम्मान भी किया। इस अवसर पर संस्थान की शोध पत्रिका सरस्वती, केस मैनुअल 6, 10 और ट्रिटाइज-10 का विमोचन भी किया गया। इस कार्यक्रम में आज 10 शोध पत्र पढ़े गए जिनमें मुख्य है प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन डॉ. प्रकाश खेतान का बड़ी उम्र में का मानसिक स्वास्थ्य, डॉ. पवन केसरवानी का गुर्दे की पथरी, एम. बी. त्रिपाठी का ऊर्जा का सिद्धान्त संगीता वर्मन का कमर दर्द क्या कहता है आदि मुख्य थे।
संस्थान के अध्यक्ष जे.पी. अग्रवाल ने वर्तमान में चल रहे शोध एवं भावी योजनाओं के बारे में बतलाया। इस अवसर पर निदेशक ए.के. ने बताया कि कुम्भ के दौरान अनेक शिविरों के माध्यम से संस्थान के सेवाधारी श्रद्दालुओं की सेवा करेंगे।
आज के उद्घाटन के अवसर पर संस्थान के एस. के. गोयल, एस.एस. सराफ, एम.के. मिड्ढा, एम.एम. कूल, एस.पी. केसरवानी, विशाल जायसवाल, आलोक कमलिया, प्रभात वर्मा, अनिल सिंह, अनिल शुक्ला, सुनील मिश्रा, अभय त्रिपाठी सहित लगभग 1000 लोग ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से जुड़े थे।