रूद्रपुर: जाते जाते बड़ी सौगात दे जायेंगे डीएम उदय राजः 36.24 करोड़ की लागत से बन रहा अतिथि गृह

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विधान केसरी समाचार

रूद्रपुर। उधम सिंह नगर के जिलाधिकारी उदय राज सिंह जाते जाते जिले को एक और बड़ी सौगात देकर जायेंगे जिलाधिकारी के प्रयासों से जिला मुख्यालय पर 36.24 करोड़ की लागत से अतिथि गृह का निर्माण लगभग 40 प्रतिशत पूरा हो चुका है। अगले साल जून माह में यह गेस्ट हाउस बनकर तैयार हो जायेगा।

जिला मुख्यालय पर अतिथि गृह की कमी पिछले कई वर्षों से खल रही थी सरकारी गेस्ट हाउस नहीं होने के कारण यहां आने वाले वीआइपी मेहमानों को होटलों में विश्राम करना पड़ता था एनडी तिवारी की सरकार में अतिथि गृह के निर्माण के प्रयास किये गये थे लेकिन यह सपना पूरा नहीं हो पाया एनडी तिवारी के बाद कई मुख्यमंत्री आये लेकिन रूद्रपुर में अतिथियों के लिए गेस्ट हाउस के निर्माण का प्रस्ताव अधर में लटका रहा अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस सपने को साकार करने के लिए रूचि दिखाई जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने अतिथि गृह की जरूरत को महसूस करते हुए इसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जिसके बाद शासन से इसके लिए 3624.02 लाख रूपये की मंजूरी मिली थी। स्पोर्ट्स स्टेडियम के सामने अप्रैल माह में इसका निर्माण शुरू हो चुका है, वर्तमान में इसका काम चालीस प्रतिशत पूरा हो चुका है। निर्माण का जिम्मा देहरादून की निर्माण एजेंसी वीकेजे प्रोजेक्ट प्रा0 लिमिटेड को सौंपा गया अतिथि गृह के निर्माण के लिए 15 माह की समय सीमा निर्धारित की गयी है। निर्माणाधीन अतिथि गृह भव्य और हाईटैक होगा इस तीन मंजिला इमारत में मुख्यमंत्री के लिए एक सुईट के अलावा ग्राउण्ड फ्लोर और प्रथम तल पर आठ आठ कमरे, और द्वितीय तल पर अतिथियों के लिए तीन कमरे बनाये जा रहे हैं। मीटिग हॉल और कांफ्रेंस हाल के साथ ही डोरमेट्री भी इसमें बनाये जा रहे हैं। अतिथि गृह सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा जून माह तक इस आलीशान भवन का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।

बता दें जिलाधिकारी उदय राज सिंह का कार्यकाल इसी माह समाप्त होने जा रहा है। हालाकि वह सेवानिवृत्त हो चुके थे लेकिन कुछ माह के लिए शासन ने उन्हें सेवा विस्तार दिया था, जिलाधिकारी जाते जाते भी जनपदवासियों को बड़ी सौगात देकर जा रहे हैं। अपने कार्यकाल में उन्होंने जिले को कई उपब्धियां दी है। मूल रूप से इलाहाबाद निवासी डीएम उदय राज सिंह के लम्बे प्रशासनिक अनुभव और सूझ बूझ वाली कार्यशैली को देखते हुए ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें अपने गृह जनपद में तैनात किया था जनपद में तैनाती के बाद से ही डीएम उदय राज सिंह अपनी कार्यशैली से लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं। उनकी कार्यशैली से जिले में कई समस्याओं का समाधान हुआ है और कई जटिल मुद्दों के हल होने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। डीएम उदयराज सिंह 2018 से उत्तराखण्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विभिन्न प्रशासनिक दायित्वों को उन्होंने बखूबी निभाया है। शासन में उनकी गिनती अनुभवी और सरल स्वभाव वाले प्रशासनिक अधिकारी की रही है। इससे पहले वह नमामि गंगे में अपर सचिव का दायित्व भी संभाल चुके हैं। उन्होंने अपनी सरल और स्वच्छ कार्यशैली से एक अलग पहचान बनायी है। उनका पूरा कार्यकाल निर्विवाद और सराहनीय रहा है।

उन्होंने अपनी कार्यशैली से न सिर्फ मुख्यमंत्री की उम्मीदों पर खरा उतरने का काम किया है बल्कि जनपदवासियों को भी प्रभावित कर दिया है। जिलाधिकारी ने कार्यभार संभालने के बाद से ही रूद्रपुर के नजूल भूमि के मुद्दे के समाधान के लिए भी प्रयास शुरू किये थे जिसमें उन्हें सफलता भी मिली है। जिलाधिकारी के प्रयासों से ही शहरवासियों को किच्छा रोड पर कचरे के पहाड़ से मुक्ति मिल पायी है। इसके साथ ही वेंडिंग जोन की वर्षों पुरानी मांग भी पूरी हो चुकी है। जिले में वृद्धाश्रम और अनाथ आश्रम के लिए भी जिलाधिकारी के प्रयासों से दो एकड़ जमीन आवंटित हो चुकी है। इसके अलावा गोशाला निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त हुआ है। कुल मिलाकर जिलाधिकारी उदय राज सिंह का कार्यकाल जनपदवासियों के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों वाला रहा है, उनका कार्यकाल जनपद के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज होगा।