बीसलपुरः विद्यालय से काटे गए 60 हरे पेड़ों के मामले को दबाने में जुटे हैं अधिकारी

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विधान केसरी समाचार

बीसलपुर। शासन के कड़े प्रतिबंधों के बावजूद क्षेत्र में हरे पेड़ों का कटान रुकने का नाम नही ले रहा है। नगर के गर्ल्स इंटर कॉलेज से बिना परमिट से पांच दर्जन से अधिक पेड़ों का किया गया अवैध कटान विभाग के अफसरों की गले की हड्डी बना हआ है। मुख्यमंत्री कार्यालय के निर्देश पर इस मामले की जांच चल रही है। जिसे दबाने में विभाग के अधिकारी लगे हुए हैं।
क्षेत्र में हरे पेड़ों का कटान किए जाने का खेल लंबे समय से चल रहा है। विगत मार्च माह में ब्लॉक कार्यालय से चंद दूरी पर स्थित नगर के एसके जेपी गर्ल्स इंटर कॉलेज से 60 से अधिक हरे भरे पेड़ों का कटान दिन में ही कर लिया गया। ठेकेदार विद्यालय से काटे गए पेड़ों की लकड़ी भरवाकर बिक्री के लिए ले गया। इस मामले की भनक वन विभाग को नहीं लग पाई।
इस मामले में पिछली माह उस समय तूल पकड़ा जब नगर के मोहल्ला दुर्गा प्रसाद निवासी हरेंद्र दत्त मिश्र ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर एसके जेपी गर्ल्स इंटर कॉलेज में ठेकेदार द्वारा 15 पेड़ों का परमिट होने पर 60 से अधिक पेड़ों का कटान अवैध रूप से करालेने की शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि बिलसंडा मार्ग स्थित एस के जे पी गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रभारी प्रधानाचार्य मीना शर्मा ने विद्यालय की नियंत्रक सुखविंदर कौर तथा वरिष्ठ लिपिक गौरव शर्मा से साठ गांठ कर विद्यालय परिसर में खड़े हुए लगभग 60 पेड़ से अधिक का कटान करा दिया है जबकि परमिट वन विभाग द्वारा केवल 15 पेड़ कटवाने का दिया गया था। इन पेड़ों के काटने से पर्यावरण को क्षति पहुंची है साथ ही साथ तीनों लोगों ने मिलकर धन उगाही भी की है शिकायत को संज्ञान में लेते हुए इस मामले की जांच करने के लिए सरकार द्वारा जनपद के जिला अधिकारी संजय कुमार सिंह को भेजा गया जिन्होंने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बीसलपुर के एसडीएम नागेंद्र पांडे के साथ जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ अमित कुमार सिंह एसडीओ वन विभाग अंजलि कुमार श्रीवास्तव वन क्षेत्र अधिकारी रोहित जोशी को मामले की जांच सौंपी है।

टीम द्वारा मामले की जांच की जा रही है। ठेकेदार जांच टीम के समक्ष पेश नहीं हो रहा है। जिससे जांच अधर में लटकीहुई है। कार्यवाही नहीं हो पा रही है। प्रधानाचार्य मीना शर्मा का कहना है कि वह पेड़ों के कटान के समय मूल्यांकन ड्यूटी पर थी शिक्षिका मंजू विश्वकर्मा पर चार्ज था। पूर्व कंट्रोलर सुखविंदर कौर का कहना है कि इंचार्ज प्रधानाध्यापक मंच विश्वकर्मा द्वारा विद्यालय में पेड़ों का कटान होने की सूचना उन्हें नहीं दी गईथी। जानकारी होने पर विभागीय अधिकारियों को इस मामले से उन्होंने अवगत करा दिया था। एसडीम नागेंद्र पांडे का कहना है कि मामले की निष्पक्षता से जांच की जा रही है। फिलहाल इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों पर उंगलियां उठने लगी है।

बड़े पैमानेपर हरे पेड़ों का नगर सीमा के अंदर विद्यालय से कटान होने से वन विभाग की कार्यप्रणाली की असली पोल खुल कर सामने आ गई है।