Sonebhadra: मंत्री जी एक नजर सोनभद्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा चूरन की तरह हॉस्पिटलों व अल्ट्रासाउंड सेंटरों को बाट दिया गया रजिस्ट्रेशन मानक जीरो।

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ब्यूरो सोनभद्र

मानक बिहीन हॉस्पिटलों को क्या देख कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दूसरे तल्ले पर रजिस्ट्रेशन कर दिया गया फायर सेप्टी जीरो।

सोनभद्र। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रदेश के विभिन्न चिकित्सालयों/ चिकित्सा संस्थानों आदि में भ्रमण कार्यकम के दौरान रास्ते पर चूने से जो मार्किंग की जाती है तथा कार्पेट बिछाया जाता है, साथ ही माल्यार्पण तथा पुष्पगुच्छ इत्यादि को भेंट किये जाने की परिपाटी को समाप्त करते हुए भविष्य में इसके स्थान पर अपने-अपने अस्पतालों / संस्थानो की साफ-सफाई एवं रखरखाव तथा मरीजों की सेवा-सुश्रुषा पर ध्यान दिये जाने हेतु सभी चिकित्सालय व संस्थानों को दिशा निर्देश निर्गत किये जाने हेतु प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग/चिकित्सा शिक्षा विभाग को दिये गए निर्देश के क्रम में शासन द्वारा प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी/निदेशक/प्रमुख अधीक्षक/मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/ अधीक्षिका जिला स्तरीय को उपरोक्त दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देश निर्गत किया गया है।
झांसी मेडिकल कॉलेज में जलने से 10 नवजात शिशुओं की मौत से हड़कंप मचा है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने को सरकार हरकत में है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्ती दिखाते हुए यूपी के सभी अस्पतालों में फायर और इलेक्ट्रिक सेफ्टी ऑडिट कराए जाने के निर्देश दिए है। अब देखना है कि सोनभद्र में फायर सेप्टी का कितना कोरम पूर्ति होता है।सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं देने वाली संस्थाओं की आदर्श स्थिति को लेकर चर्चाएं बढ़ीं,जिसने भी भयावह अग्निकांड का मंजर देखा उसकी रूह कांप उठी।