बंपर वोटिंग के बाद मोहन भागवत से देवेंद्र फडणवीस ने की मुलाकात
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे बेशक 23 नवंबर को आएंगे, लेकिन राज्य में सियासी हलचल अभी से तेज हो गई है. तमाम एग्जिट पोल्स में बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति गठबंधन को बहुमत का आंकड़ा दिया गाय है. इन सबके बीच बीजेपी के सीनियर नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र पडणवीस बुधवार शाम (21 नवंबर 2024) को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
दरअसल, राज्य में हुई ज्यादा वोटिंग से बीजेपी उत्साहित है. खुद फडणवीस ने बुधवार (20 नवंबर 2024) को कहा था कि वोटिंग बढ़ने का फायदा उन्हें ही होगा. बीजेपी और महायुति को फिर से जनता का आशीर्वाद मिलेगा. बता दें कि महाराष्ट्र में इस बार वोटिंग प्रतिशत 65 प्रतिशत से अधिक रहा है.
सूत्रों के अनुसार, देवेंद्र फडणवीस बुधवार शाम आरएसएस मुख्यालय पहुंचे थे. वहां वह संघ प्रमुख मोहन भागवत से मिले. यह मीटिंग करीब 20 मिनट तक चली. इस दौरान बैठक में संघ के भैयाजी जोशी भी मौजूद रहे. हालांकि, बीजेपी के किसी भी नेता ने इस मीटिंग को लेकर कुछ बताया नहीं है, लेकिन चर्चा हो रही है कि सीएम पोस्ट पर आरएसएस ने फडणवीस के नाम को ग्रीन सिग्नल दे दिया है.
बता दें कि तमाम एग्जिट पोल्स में महायुति गठबंधन को बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया है. इसमें भी बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें दिखाई गईं हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि अगर महायुति की सरकार बनती है तो सीएम बीजेपी का ही होगा. इन चर्चाओं के बीच सीएम की रेस में देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे चल रहा है. एग्जिट पोल्स के बाद फडणवीस की मोहन भागवत से मुलाकात ने इसे और बल दे दिया है. इसके अलावा भी देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे होने के पीछे कई कारण हैं. सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी समर्थन देवेंद्र फडणवीस को है. वहीं मौजूदा सीएम और शिवसेना शिंदे गुट के मुखिया एकनाथ शिंदे भी यह कह चुके हैं कि वह इस बार सीएम की रेस में नहीं हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए बुधवार (20 नवंबर 2024) को हुए चुनाव में 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ, जो पिछले तीन दशकों में सबसे ज्यादा है. गढ़चिरौली और कोल्हापुर जैसे जिले तो इससे कहीं और आगे निकल गए. इन दोनों जिलों में वोटिंग पर्सेंटेज 75 प्रतिशत से अधिक रहा. इस बार सबसे ज्यादा वोटिंग ग्रामीण इलाकों में ही हुई है, जबकि मुंबई में यह आंकड़ा 52 प्रतिशत रहा. देवेंद्र फडणवीस ने इसे लेकर कहा कि जब भी वोट प्रतिशत बढ़ता है तो इसका फायदा बीजेपी को मिलता है.