बाराबंकीः 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में भक्तों ने अर्पित की आहूतियां
विधान केसरी समाचार
बाराबंकी। कस्बे के दशहरा मैदान में चल रहे 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन कल सैकड़ों भक्तों ने यज्ञ में अपनी आहूतियां अर्पित की। इस धार्मिक आयोजन के साथ-साथ दोपहर में एक शिक्षक सम्मेलन का भी आयोजन हुआ, जिसमें दूर-दूर से आए शिक्षकों ने भाग लिया।
गायत्री महायज्ञ की शुरुआत मंगलवार सुबह से हुई, जिसमें सैकड़ों भक्तों ने उत्साहपूर्वक यज्ञ में आहूतियां अर्पित की। यज्ञ के बाद संस्कृत विश्वविद्यालय में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत डॉ. अशोक ढोके ने देव पूजन से कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद विभिन्न संस्कारों जैसे विद्यारंभ संस्कार, नामकरण संस्कार, अन्यप्रासन, दीक्षांत संस्कार और मुंडन संस्कार का आयोजन हुआ।
इसी दौरान आयोजित शिक्षक सम्मेलन का शुभारंभ रामनगर पीजी कॉलेज के प्रधानाध्यापक डॉ. संजय तिवारी, योगाचार्य डॉ. अखिलेश पांडे और भौतिकी प्रवक्ता डॉ. अनिल वर्मा ने दीप जलाकर किया। इस अवसर पर डॉ. संजय तिवारी ने कहा कि शिक्षकों का जीवन समाज और राष्ट्र निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने शिक्षा के माध्यम से महान व्यक्तित्व के विकास की बात की।
योगाचार्य डॉ. अखिलेश पांडे ने जीवन और मृत्यु के बीच ज्ञान के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि जीवन मूल्यविहीन शिक्षा का दोष शिक्षक पर ही आता है। वहीं, डॉ. अनिल वर्मा ने समन्वित विकास को व्यक्तित्व के विकास के लिए आवश्यक बताया और इसे शिक्षकों की जिम्मेदारी बताया।
शिक्षक सम्मेलन में कृष्ण मुरारी पाल ने शिक्षक शब्द के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षक का जीवन समाज को शिक्षित और सुसंगठित करने का है, ताकि हर छात्र राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सके।
इस अवसर पर जागृति इंटर कॉलेज, बीआरजी पब्लिक इंटर कॉलेज, महादेव चिल्ड्रन एकेडमी, जीआईसी इंटर कॉलेज और राजाराम स्मारक शिक्षा निकेतन के छात्रों ने गीत संगीत के माध्यम से भक्तों को भावविभोर कर दिया।
सम्मेलन में रमेश मौर्या, अजय कुमार वर्मा, अर्पिता शुक्ला, रेखा पाल, गोल्डी मौर्या, महक मिश्रा, विद्या मिश्रा, नेम कुमार गुप्ता, महेश सिंह, मोहित शुक्ला, लक्ष्मी नारायण सिंह, अजय वर्मा सहित कई शिक्षक और भक्त मौजूद रहे।