प्रयागराजः महाकुंभ 2025 की तैयारी के लिए रेल प्रशासन की मेला प्राधिकरण के साथ बैठक

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विधान केसरी समाचार

प्रयागराज। आगामी महाकुंभ – 2025 की तैयारी की दृष्टिगत महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे, उपेंद्र चंद्र जोशी की अध्यक्षता में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत की उपस्थिति में मेला प्राधिकरण के सभागार में रेल प्रशासन, जिला एवं पुलिस प्रशाशन, मेला प्राधिकरण, उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, पीडब्ल्यूडी, सेतु निगम सहित सभी संबंधित विभागों के मध्य समन्वय बैठक का आयोजन किया गया ।

इस बैठक में महानिरीक्षक/रेलवे सुरक्षा बल,एएन सिंहय मंडल रेल प्रबंधक/प्रयागराज मंडल हिमांशु बडोनी, कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ य अपर मंडल रेल प्रबंधक सामान्य प्रशाव, संजय सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

आज की इस बैठक में मुख्य रूप से रोड ओवर ब्रिज, रोड अंडर ब्रिज के कार्यों की प्रगति, स्टेशन के अंदर के इंटरनल मूवमेंट प्लान एवं संगम क्षेत्र से प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनो तक आवागमन हेतु निर्धारित एक्सटर्नल मूवमेंट प्लान पर चर्चा की गई । बैठक के दौरान रेल प्रशासन एवं जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा तैयारी के विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया । रेलवे एवं अन्य विभागों द्वारा गैप एनालिसिस के दौरान दिए गए सुझाव पर किए गए कार्यों की प्रगति पर भी चर्चा की गई । इसी क्रम में रेलवे स्टेशनों पर चल रहे विकास कार्य पर विस्तार पूर्वक मंथन किया गया । महाकुंभ के दौरान चलाई जाने वाली विशेष गाड़ियों, कुंभ से जुड़े सभी स्टेशनों एवं आई सी सी सी के मध्य संचार व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर विचार विमर्श किया गया।

किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के दौरान रेलवे एवं जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त बचाव कार्यों के मापदंडों का भी निर्धारण किया गया ।

बैठक के दौरान रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को लेकर भी सिविल पुलिस के साथ चर्चा की गई । कुंभ मेले के दौरान ट्रैक की सुरक्षा को गंभीरता से लिया जाएगा और सिविल पुलिस के साथ मिलकर ट्रैक की निगरानी निरंतर की जाएगी । ट्रैक की सुरक्षा हेतु रेलवे द्वारा इस बार ड्रोन कैमरा का भी प्रयोग किया जाएगा । यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर भी मेला प्राधिकरण एवं सिविल पुलिस के साथ विचार विमर्श किया गया । बैठक के दौरान स्टेशन एरिया के निकट उन स्थानों को चिन्हित करना जहां से यात्री ट्रैक के माध्यम से स्टेशनों पर आ सकते उन्हें चिन्हित किये जाने और उन्हें पूर्ण रूप से बंद किए जाने पर भी विचार किया गया।