बलिया: खाकी का अत्याचारः बुजुर्ग पर थप्पड़ व लात-घूंसे बरसाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
विधान केसरी समाचार
बलिया। पुलिस के प्रति आमजन में विश्वास बढ़ाने के लिए हमेशा नयी गाइड लाइन जारी होती रहती है। लेकिन जनपद पुलिस आज भी अपने पुराने ढर्रे पर काम कर रही है। बलिया में एक बुजुर्ग पर पुलिस द्वारा ताबड़तोड़ थप्पड़ व लात-घूंसे बरसाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उक्त वीडियो जनपद के खेजुरी थाने का बताया जा रहा है। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि यहां तैनात उपनिरीक्षक औरंगजेब खां किस तरह बुजुर्ग व्यक्ति पर ताबड़तोड़ थप्पड़ से पीट रहे हैं, धक्का दे रहे हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद खेजुरी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। उधर पुलिस के व्यवहार से क्षुब्ध होकर पीड़ित ने एसपी विक्रांत वीर को शिकायती पत्र सौंप दारोगा पर मुकदमा दर्ज करने सहित विभागीय कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला
खेजुरी थाना क्षेत्र के बड़सरी निवासी सदानंद सिंह का आरोप है कि मेरे ही गांव के तारकेश्वर सिंह से वर्षों पुराना जमीनी विवाद चल रहा है। इस संबंध में पूर्व में भी अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई गई थी, लेकिन खेजुरी पुलिस ने विपक्षी से सांठ-गांठ कर उक्त मामले को सुलझाने के बजाय उलझा दिया। इस बीच 29 नवंबर यानि बीते शुक्रवार को एक बार फिर यह मामला थाने पर पहुंचा। मौके पर मौजूद एसआई औरंगजेब खां द्वारा कथित तौर पर विवादित भूमि पर लगी फसल को आधा -आधा करने का दबाव बनाया जाने लगा। जिसका मेरे द्वारा विरोध करने पर एसआई भड़क गए और मुझे लात – घुसा और डंडा से पीटना शुरू कर दिया। यही नहीं हवालात में भी बंद कर दिया गया। साथ ही उक्त फसल का आधा भाग न छोड़ने की दशा में मेरे पुत्र को फर्जी गांजा और छेड़खानी के आरोप में फंसाने की धमकी भी दी गई। मुझे हवालात में भूखा- प्यासा रखते हुए गुंडा एक्ट में चालान करने की बात भी कही गई। पुलिस के उक्त आचरण से मेरी छवि धूमिल हुई है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी अनिल कुमार झा ने बताया कि मामला संज्ञान में है उक्त वीडीओ की जांच की जा रही है। उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रकरण की जांच सीओ को दी गई है।