उन्नाव: बेहोशी हालत में मिले युवक की इलाज के दौरान ही मौत

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विधान केसरी समाचार

उन्नाव। जनपद के बांगरमऊ नगर के उन्नाव हरदोई मार्ग स्थिति लखनऊ रोड चैराहे के निकट एक दुकान के सामने सुबह एक युवक बेहोशी हालत में घंटो पड़ा देखा गया स काफी समय बस नागरिकों की सूचना पर पहुंची पुलिस उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची। जहां चिकित्सक ने युवक को देखते ही मृत घोषित कर दिया। जेब में मिले मोबाइल फोन से मृतक के परिजनों से सम्पर्क होने के बाद शव की शिनाख्त हो सकी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है स उन्नाव हरदोई मार्ग लखनऊ मार्ग चैराहा के निकट एक दुकान के सामने सड़क किनारे नागरिकों ने आज सुबह एक 40 वर्षीय युवक को बेहोशी की हालत में सड़क के किनारे पड़ा हुआ देखा स नागरिकों की सूचना पर पहुंची पुलिस उसे उठाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची। जहां डॉक्टर ने जांच बाद उसे मृत घोषित कर दिया।पुलिस द्वारा युवक की जामा तलाशी लेने पर उसकी जेब से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। मोबाइल फोन डिस्चार्ज था। इसलिए पुलिस ने मोबाइल फोन की बैटरी चार्ज कर मोबाइल फोन के नम्बर डायल कर घटना की सूचना परिजनों को दी। घटना की सूचना मिलते ही भाई गजोधर ने अस्पताल आकर मृतक की शिनाख्त अपने भाई बलराम पुत्र मोतीलाल 40 वर्ष निवासी ग्राम सेलापुर थाना माधौगंज हरदोई के रूप में की है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल भेज दिया। कोतवाली पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर विधिक कार्यवाही की जाएगी।मृतक के भाई गजोधर ने बताया कि उसका भाई मोतीलाल लुधियाना पंजाब में रहकर काम-धंधा करता था। उसने बीते सोमवार को फोन कर बताया था कि वह घर के लिए निकल रहा है । लेकिन समय से वह घर नहीं पहुंचा। तब परिवार के लोग उसे ढूंढने निकले। भाई ने यह भी बताया कि उसके पिता अपने पुत्र मोतीलाल की खोज के लिए हरदोई गए हुए हैं और अभी वापस नहीं आए हैं। मोतीलाल की पत्नी लगभग 10 साल पहले उसे छोड़कर चली गई थी। उसके दो बच्चे कुलदीप 15 वर्ष और प्रदीप 12 वर्ष हैं।

मृतक जहर खुरानी गिरोह ने शिकार तो नही हो गया

मोतीलाल लुधियाना से से अपने घर आने के लिए बस से निकला था स जिसे लेकर चर्चा हो रही है कि उसे बस में जहर खुरानी गिरोह ने अपना शिकार तो नही बना लिया स क्योंकि मृतक की जेब से मात्र मोबाइल फोन के अलावा उसके पास से कुछ भी सामान बरामद नहीं हुआ है स बताया जाता है कि हरियाणा व पंजाब राज्यों के कई महानगरों से बड़ी संख्या में प्राइवेट बसों का संचालन यहां के लिए होता है स इन्हीं बसों से बड़ी संख्या में क्षेत्र के और गैरजनपद के लोग काम की तलाश में जाते हैं और वहां से वापस भी इन्हीं बसों से आते हैं स स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि जहां मृतक पड़ा हुआ था स वहां पर आसपास लगे सीसी टीवी कैमरों को कोतवाली पुलिस चेक करती तो शायद पता चल जाता कि मोतीलाल वहां पर कैसे पहुंचा।