बीसलपुर: शिक्षक प्रयागराज में किये गये सम्मानित
विधान केसरी समाचार
बीसलपुर। बीसलपुर की प्रसिद्ध साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत का छठा वार्षिकोत्सव प्रयागराज में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी ने प्रयागराज में इस कार्यक्रम का होना प्रयागराज के लिए गौरव की बात है। यह कहते हुए उन्होंने प्रयागराज की उपब्धियों व होने वाले महाकुम्भ पर भी प्रकाश डाला साथ ही साथ उन्होंने कहा कि प्रयागराज साहित्यिक नगरी रही है। यहां के साहित्यिक-समाज को इस कार्यक्रम से बल मिलेगा। संस्था की माँग पर संस्था को शीघ्र ही हिंदी भवन के निर्माण पर भी कार्य प्रारम्भ करने की बात कही। संस्था संस्थापक दिलीप कुमार पाठक सरस द्वारा यजमान के रूप में एवं बाल पुरोहित प्रयागराज द्वारा वैदिक मंत्रों के साथ कार्यक्रम का प्रारम्भ हुआ। प्रयागराज के छोटे-छोटे बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सभी का भरपूर मनोरंजन किया। संस्था ने सांस्कृतिक बाल कार्यक्रम सराहा व पुरस्कृत किया। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रांतों से आए साहित्यकारों ने अपनी काव्यमय प्रस्तुति दी।
मुख्य अतिथि महापौर गणेश केसरवानी ने संस्था द्वारा प्रकाशित छंद ज्ञान भाग 1 का विमोचन संस्था के सभी पदाधिकारियों के साथ किया। संस्था के अध्यक्ष संतोष कुमार प्रीत ने बताया कि यह पुस्तक साहित्यकारों व हिंदी के विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी रहेगी। इस पुस्तक में 21 मात्रिक छंदों का संपूर्ण विधान एवं उदाहरण दिए गए हैं जो नवोदित साहित्यकारों को छंद सीखने में सहयोग प्रदान करेगी। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक दिलीप कुमार पाठक सरस ने कहा कि संस्था हिंदी के उत्थान के हर संभव प्रयास को करेगी। उन्होंने कहा कि संस्था का उद्देश्य नवोदित रचनाकारों को साहित्यिक मंच प्रदान कर उन्हें लेखन के क्षेत्र में उत्तरोत्तर आगे बढ़ने में सहयोग करना है। संस्था के उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष ओम प्रकाश फुलारा प्रफुल्ल ने बताया कि कार्यक्रम में उपस्थित रचनाकारों को विभिन्न सम्मानों से सम्मानित किया गया एवं आने वाले समय में सम्मानों व पुरस्कारों की द्विगुणित गति से बढ़ेगी। संस्था की संरक्षक मंडल की अध्यक्ष सुशीला धस्माना मुस्कान द्वारा अपने पिता की स्मृति में इस वर्ष से बुद्धिराम बडोला स्मृति सम्मान प्रारंभ किया।
इस वर्ष यह पहला सम्मान लखनऊ यूनिवर्सिटी के डॉ. आलोक कुमार यादव को प्रदान किया गया। जिसमें अंगवस्त्र, श्रीफल, स्मृतिचिह्न के साथ 5100 रुपए की धनराशि प्रदान की गई। संस्था की सक्रिय सदस्यता स्व0 मधु सक्सेना की स्मृति में उनके पति डॉ सुबोध सक्सेना द्वारा विगत तीन वर्षों से मधु स्मृति सम्मान दिया जा रहा है जिसमें साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 6 साहित्यकारों को अंगवस्त्र, श्रीफल, स्मृतिचिह्न और 2100 रुपए की धनराशि प्रदान की जाती है। इस वर्ष यह सम्मान दिनेश अवस्थी, दीपचंद पांडेय, कौशल कुमार पाण्डेय आस, कंचन सिंह परिहार, अरूणा साहू, डा0 सन्तोष कुमार सिंह सजल को प्रदान किया गया। संध्या गुप्ता द्वारा अपने पति स्व0 डॉ अवनीश गुप्ता की स्मृति में डॉ अवनीश गुप्ता स्मृति सम्मान जिसमें अंगवस्त्र, श्रीफल, स्मृतिचिह्न और 1001 रुपए की धनराशि प्रदान की गई। यह सम्मान पाने वाली पहली छात्रा अंजलि वर्मा रही। इसके साथ ही संस्था द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को गुरु द्रोण सम्मान 2024 प्रदान किया गया। इस वर्ष यह सम्मान डा0 प्रवीन कुमार शुक्ल (शिक्षकध्प्राचार्य) कान्ति प्रभा शुक्ला (शिक्षिका) मधु मिश्रा (शिक्षिका) संध्या कनौजिया (शिक्षिका) अमित कृष्णवंशी (शिक्षक) अनुपम मिश्र (शिक्षक) को दिया गया।
कला एवं सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले महान विभूतियों को भारत गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इस वर्ष यह सम्मान साकिब सिद्दीकी, जूली बृज, पूनम तिवारी, अनु विश्वकर्मा, शगुन तिवारी, आरोही श्रीवास्तव, पारूल मिश्रा, प्रेम चन्द्र पाण्डेय। पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पत्रकारों को मार्तंडेय सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार पत्रकार कुन्दन श्रीवास्तव, पत्रकार इन्कलाब दैनिक, पत्रकार दैनिक जागरण, पत्रकार दैनिक भास्कर, पत्रकार अमर उजाला, पत्रकार हिन्दुस्तान, पत्रकार असद कुरेशी (कशिश मीडिया) को प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त देश के विभिन्न हिस्सों से आए 50 से अधिक साहित्यकारों को काव्य-रथी सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही साथ संध्या कनौजिया श्रीजी साहित्यिक उपनाम से अलंकृत किया गया। इस अवसर पर प्रयागराज इकाई के नव निर्वाचित सदस्यों को नियुक्त पत्र प्रदान किए गए। संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ राहुल शुक्ल साहिल ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में और भव्यतम एवं दिव्यतम कार्यक्रम करने का संकल्प लिया।
संस्था के संरक्षक कौशल कुमार पाण्डेय आस ने प्रयागराज के कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए साकिब सिद्दकी एवं संध्या कन्नौजिया सहित समस्त प्रयागराज इकाई की कार्यक्षमता एवं कर्मठता की सराहना की। संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ शरद श्रीवास्तव ने प्रयागराज जिले के संयोजक साकिब सिद्दकी सहित प्रयागराज की संपूर्ण टीम को इस सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आप जैसे कर्मठी सदस्यों के सहयोग से विश्व पटल पर हिंदी का परचम लहराने में अब देर नहीं है। संस्था के अलंकरण प्रमुख पंडित सुमित शर्मा पीयूष ने सुंदर डिजाइन में सम्मान पत्रों का निर्माण कर कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए। उनके द्वारा बनाए गए सम्मान पत्रों की सभी ने सराहना की। राष्ट्रीय संचालक नितेंद्र परमार भारत के संचालन ने कार्यक्रम को ऊंचाइयां प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई। संस्था के उत्तराखंड इकाई का अध्यक्ष ओम प्रकाश फुलारा ने कहा कि डॉ राहुल शुक्ल साहिल के नेतृत्व एवं साकिब सिद्दकी जैसे युवा साथियों की टीम के त्याग एवं समर्पण से ही ऐसा दिव्यतम कार्यक्रम संभव हो पाया है। भविष्य में इससे बेहतर करने के लिए हम सब प्रतिबद्ध हैं। अखिल भारतीय काव्य सम्मेलन में सभी रचनाकारों की कविताओं की प्रस्तुति ने लोगों को तालियाँ बजाने व झूमने के लिए विवश कर दिया। अंत में कार्यक्रम समीक्षा पूर्व मेजर ने की। संस्था की स्थापना के छः वर्ष पूर्ण होने की खुशी केक काट कर व्यक्त की गई। संस्था के संस्थापक द्वारा आभार व्यक्त कर कार्यक्रम के सफल आयोजन की सभी साक्षी व सक्रिय साथियों को बधाई देते हुए समापन की औपचारिक घोषणा की गई।