लखनऊः जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बीकेटी तहसील में सम्पूर्ण समाधान दिवस हुआ संपन्न

0

 

विधान केसरी समाचार

लखनऊ। लखनऊ जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि जनपद की पांचों तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस आयोजित किये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि जनसामान्य की शिकायतों का स्थानीय स्तर पर समाधान किया जाना सरकार की प्राथमिकता है जिसके क्रम में तहसील व थानों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया जाता है। इसमें स्थानीय नागरिक उपस्थित होकर अपनी समस्याओं का समाधान करा सकते है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी जनता की इन शिकायतों का निस्तारण त्वरित एवं समयबद्ध तरीके से एक सप्ताह में करना सुनिश्चित करें।

उन्होने कहा कि शिकायतों के निस्तारण में यदि कोई समस्या है तो उसका कारण स्पष्ट करते हुए अवगत कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायतों का वरिष्ठ अधिकारी मौके पर जाकर जांच कर गुणवत्तापूर्वक निस्तारण करायें और यदि संज्ञान में आया कि निस्तारण की गुणवत्ता से शिकायत कर्ता संतुष्ट नही है या निस्तारण में लापरवाही बरती गयी है तो सम्बन्धित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। आज के समाधान दिवस में जनसुनवाई से पहले जिलाधिकारी द्वारा तहसील का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी द्वारा खतौनी रूम, कानूनगो कक्ष, लेखपाल कक्ष, स्वान कंप्यूटर रूम आदि का किया निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान कई कक्षों में प्रपत्र टेबल आदि पर रखी मिली जिसके लिए निर्देश दिए कि तहसील के सभी कमरों में रैक बनवाने के लिए जिले पर प्रस्ताव भेजा जाए और प्रपत्रों को रैक में रखा जाएं। उक्त के साथ ही तहसील परिसर में जो भी निष्प्रयोज्य वस्तुएं पड़ी है उनका निस्तारण तत्काल कराया जाए। खतौनी रूम में जा कर जिलाधिकारी द्वारा खतौनी जारी करने की प्रक्रिया को भी देखा और जनता से मानक के अनुसार फीस ली जा रही है इसका भी सत्यापन किया। उक्त के साथ ही जिलाधिकारी द्वारा कानूनगो कक्ष में रखे निस्तारित वरासत के प्रकरणों का सत्यापन स्वयं अपने द्वारा किया गया की निस्तारण करने में कोई त्रुटि तो नहीं हुई। श्री सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि तहसील बीकेटी में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 256 प्रकरण प्राप्त हुये, जिसमें से 89 प्रकरणों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष प्रकरणों को निस्तारण हेतु सम्बन्धित विभागों को इस निर्देश के साथ उपलब्ध करा दिये गये कि उनका निस्तारण एक सप्ताह में सुनिश्चित करा दिया जायें।