बीसलपुर: शारदा सागर खंड शाहजहांपुर नहर की पटनिया ब्रांच पर लगे हरे भरे कीमती वृक्षों को नहर विभाग ने वन विभाग से बिना मूल्यांकन कराके लाखों रुपए के पेड़ कटवा दिये
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बीसलपुर। शारदा सागर खंड शाहजहांपुर नहर की पटनिया ब्रांच पर कई वर्ष पूर्व वन विभाग द्वारा शीशम आम के अलावा कई बेस कीमती पौधों का वृक्षारोपण कराया गया। वन विभाग की देख रेख में वृक्षों की परवरिश काफी बढ़िया हो गई। ग्रामीणों ने बताया की आम के पौधों पर पिछली बार काफी आम की फसल भी आई और शीशम के भी वृक्ष काफी मोटे हो गए। माइनर पर लगे शीशम और आम के पेड़ जब नहर विभाग के अधिकारियों ने देखा तो उनकी नियत बिगड़ गई और अपने बेलदार माखनलाल को आदेशित कर कहा इन पेड़ों को अपनी मौजूदगी में कटवा लेना। माखनलाल बेलदार ने अधिकारियों के कहने पर पटनिया ब्रांच पर लगे वेश कीमती पेड़ों को कटवाना शुरू कर दिया। जब ग्रामीणों ने पटनिया ब्रांच पर लगे पेड़ों के कटान के बारे में पूछा कि आप यह पेड़ क्यों कटवा रहे हो।
उक्त बेलदार ने ग्रामीणों को बताया कि हम अपने विभाग की अनुमति से यह पेड़ कटवा रहे हैं। आप लोगों से इसका कोई मतलब नहीं है। वहां पर कुछ जागरूक लोगों ने उक्त बेलदार से कहा नहर विभाग को पेड़ कटवाने का कोई हक नहीं है। जब तक वन विभाग इसका मूल्यांकन न करें लेकिन आपके पास ऐसा कोई आदेश नहीं है। ग्रामीणों ने वन विभाग के डिप्टी रेंजर से पटनिया माइनर पर लगे पेड़ों के काटन के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा मुझे कुछ नहीं मालूम और फोन काट दिया। दोबारा ग्रामीणों ने फिर डिप्टी रेंजर को फोन कर पूछा तो उन्होंने कहा हम इसकी जांच करवा लेंगे। अभी मेरे संज्ञान में कोई ऐसा मामला नहीं है। ग्रामीणों ने जब इसकी सूचना चुर्रासकतपुर चैकी इंचार्ज को दी। चैकी इंचार्ज ने तत्काल मौके पर पहुंचकर अवैध तरीके से काटे जा रहे पेड़ों को रुकवा दिया। नहर विभाग अपनी तानाशाही के चलते दिनदहाड़े पेड़ कटवाता रहा और वन विभाग ने उसको देखने के लिए जहमत नहीं की। ऐसा लगता है वन विभाग अपने कर्तव्यों से पूरी तरह लापरवाहा दिखा।