प्रयागराजः मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे,राम आएँगे भजन पर झूमे श्रोता
विधान केसरी समाचार
प्रयागराज। भारतीय संस्कृति के समृद्ध बहुआयामी रंगों की कड़ी के रूप में पिरोकर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शिल्पहाट के प्रांगण में आयोजित राष्ट्रीय शिल्प मेले की नवीं शाम लोकनृत्यों के नाम रही। सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत प्रयागराज की रीतिका सोनी एवं साथी कलाकारों ने गणेश वंदना घर में पधारो गजानंदी से की इसके बाद उन्होंने मेरी झोपड़ी के भाग,आज खुल जाएंगे,राम आएँगे, कभी राम बनके, कभी श्याम बनके चले आना, प्रभु जी, चले आना की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भक्ति भाव में सराबोर किया। इसके बाद वरुण मिश्रा ने चलो मन गंगा यमुना तीर, बाजे रे मुरलिया बाजे और घर-घर बजत बधैया को पेश कर श्रोताओं को आनन्दित किया।
इसी क्रम में आदर्श महादेव द्वारा सती वियोग पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया। वही लोकनृत्यों की कड़ी में तेलंगाना से आए टी श्रीधर ने माधुरी एवं बोनालू नृत्य की मध्य प्रदेश से आए कैलाश सिसोदिया एवं दल ने भगोरिया नृत्य की पं बंगाल से आए बाबलू हाजरा एवं दल द्वारा रायबेन्शे नृत्य की गंगा देवी और साथी कलाकारों ने तेराताली नृत्य की जटाशंकर एवं दल ने चैलर लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी। दर्शकों द्वारा लोकनृत्यों के माध्यम से विभिन्न राज्यों की समृद्ध सांस्कृतिक एकरूपता का दर्शन करते हुए गंगा जमुनी तहजीब से सराबोर सांस्कृतिक संध्या का आनंद लिया।
राष्ट्रीय शिल्प मेला चलेगा 15 दिसंबर तक- एनसीजेडसीसी के शिल्प हाट में चल रहे राष्ट्रीय शिल्प मेले को तीन दिन के लिए और बढ़ा दिया गया है। अब यह मेला 15 दिसंबर तक चलेगा। केंद्र के प्रभारी निदेशक आशिस गिरि न बताया कि राष्ट्रीय शिल्प मेले को 12 दिसंबर से बढ़ाकर 15 दिसंबर तक कर दिया गया है।