लखनऊः शराब की दुकान दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाली महिला गिरफ्तार
विधान केसरी समाचार
लखनऊ। शराब की दुकान का टेंडर दिलवाने के नाम पर फर्जी तरीके से कूटरचित लाइसेंस जारी कर धन गपन करने वाली फरार अभियुक्ता को भी आखिरकार थाना गोमती नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया।
इससे पहले वांछित अभियुक्ता ने अपने पति के साथ मिलकर पीड़ित रिटायर्ड आईएएस हरिप्रसाद सिंह को अपनी बातों में फंसाकर शराब की दुकान का टेंडर दिलवाने के नाम पर ठगी की, वही जब रिटायर्ड आईएएस हरिप्रसाद सिंह को महिला और उसके पति के बारे में पता चला, तो रिटायर्ड आईएएस हरिप्रसाद सिंह ने अभियुक्तों से पैसा मांगा, तो अभियुक्तों द्वारा पीड़ित को फर्जी मुकदमें में फंसा कर जेल भिजवाने की धमकी तक दे डाली थी। इस संबंध में हरिप्रसाद सिंह ने दोनों के खिलाफ थाना गोमती नगर में लिखित शिकायत दी थी।
थाना गोमती नगर में दोनों अभियुक्त राकेश शर्मा पुत्र उदयभान शर्मा निवासी गणेशपुर रहमतपुर थाना चिनहट व शकुंतला शर्मा पत्नी राकेश शर्मा निवासी गणेशपुर रहमतपुर चिनहट 35 वर्षीय के खिलाफ मुकदमा दर्ज के उपरान्त, दोनों अभियुक्त फरार हो गए थे। एसआई जसीम रजा अपनी टीम के साथ लगातार दबिश दे रहे थे, जिसपर अभियुक्त राकेश शर्मा को तो गिरफ्तार कर लिया गया था, पर अभियुक्ता को पुलिस ढूंढ नहीं पाई। तत्पश्चात मुखबिर खास की सूचना पर वांछित अभियुक्ता को भी थाना गोमतीनगर पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया।
दोनों अभियुक्त शराब की दुकान का टेंडर दिलवाने के नाम पर फर्जी तरीके से कूटरचित लाइसेंस जारी कर गैर कानूनी ढंग से योजना बनाकर लोगों को शराब की दुकान का टेंडर दिलवाने के नाम पर अवैध रूप से पैसे की वसूलते थे। अभियुक्ता अपने पति राकेश शर्मा के साथ मिलकर लोगों से नगद पैसे लेती थी, काम न होने पर जब पीड़ित अपना पैसा मांगते थे, तो कुछ पैसा उनके खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर कर देती थी एवं साक्ष्य के रूप में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन का डिटेल अपने पास रख लेती थी। पीड़ितों को पूरा पैसा ना देना पड़े, इसके लिए पीड़ितों के विरुद्ध गलत तरीके से प्रार्थना पत्र देखकर फर्जी मुकदमा लिखवा देती थी और मुकदमें में आगे का भय दिखाकर दबाव बनाते हुए, समझौता करने के नाम पर अतिरिक्त धनराशि भी मांगते थे। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम से प्रभारी निरीक्षक थाना गोमती नगर राकेश कुमार त्रिपाठी, एसआई राजन केशरी, केसरी शिल्पी देवी और राकेश सरोज शामिल थे।