दिनेश पाण्डेय ब्यूरो
पूर्व में मुख्यालय पर हॉस्पिटल,पैथोलाजी,अल्ट्रासाउंड सील होने के बाद हॉस्पिटल संचालित विभाग मौन।
सोनभद्र। ‘‘पिण्डारी बाजार में इंजेक्शन से बच्चे की मौत‘‘ का जिलाधिकारी बी0एन0 सिंह ने संज्ञान लिया, मुख्य चिकित्साधिकारी को टीम गठित कर दोषी के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही के निर्देश दियें।
जिसके क्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी ने डॉ0 कीर्ति आजाद बिन्द नोडल अधिकारी पंजीयन की अध्यक्षता में टीम का गठन किये, तत्क्रम में नोडल अधिकारी मुकेश कुमार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बीजपुर ने मौके पर निरीक्षण किये, स्थलीय निरीक्षण के दौरान मौके पर ताला बन्द पाया गया तथाकथित चिकित्सक महेश कुमार शर्मा मौके पर नहीं मिला, कमरे को तत्काल सीज करते हुए सम्बन्धित थानाध्यक्ष को चिकित्सक महेश कुमार पुत्र कान्ताराम ग्राम महरीकला के विरूद्ध बीजपुर में अवैध चिकित्सा कार्य किये जाने व बच्चे को इंजेक्शन लगाया गया, जिससे कि मृत्यु हो गयी, बिना पंजीयन व बिना डिग्री के कार्य करने के मामले में एफआईआर दर्ज करने हेतु प्रार्थना पत्र दिया गया।
वही देखा जाय तो पूर्व में जितने हॉस्पिटल,पैथोलाजी, अल्ट्रासाउंड बन्द थे उसे चालू करा दिया गया और रहम करम से सब कुछ फलने फूलने लगा आये दिन घटनाएं हो रही हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग मुख दर्शक बना है हॉस्पिटल बन होने के बाद भी चोरी से सर्जनी किया जा रहा था मुख्यालय पर अगर सही से अन्य विभाग से जांच करा दी जाए तो सैकड़ो हॉस्पिटल अल्ट्रासाउंड पैथोलाजी बिना मानक व डॉक्टर का पाया जाएगा। सब सिस्टम का खेल है “सईया भये कोतवाल तो डर काहेका”