लखनऊः शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आने से मजदूर की दर्दनाक मौत
विधान केसरी समाचार
लखनऊ । चारबाग रेलवे स्टेशन के पास एक दर्दनाक हादसे में 38 वर्षीय मजदूर राकेश कश्यप की शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना उस समय हुई जब राकेश रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे। हादसे की सूचना मिलते ही उनकी पत्नी मौके पर पहुंची और पति के क्षत-विक्षत शव को देखकर बेहोश हो गईं।
घटना का विवरण
राकेश कश्यप, जो कि एक निर्माण मजदूर थे, रोजाना की तरह काम पर जा रहे थे। चारबाग रेलवे स्टेशन के निकट ट्रैक पार करते समय, वह दिल्ली से लखनऊ आ रही शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। तेज रफ्तार ट्रेन से टकराने के कारण उनका शरीर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि राकेश ने ट्रेन को आते हुए नहीं देखा, जिससे यह हादसा हुआ। पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान सुरक्षा नियमों के पालन की अपील की है।
परिवार में शोक
राकेश की मौत से उनके परिवार में शोक की लहर है। उनकी पत्नी, जो घटना स्थल पर पहुंची थीं, पति के शव को देखकर बेहोश हो गईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। राकेश अपने परिवार के मुख्य कमाऊ सदस्य थे, और उनकी असामयिक मृत्यु से परिवार आर्थिक संकट में आ गया है।
रेलवे प्रशासन की अपील
रेलवे प्रशासन ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और यात्रियों से अपील की है कि वे रेलवे ट्रैक पार करते समय सावधानी बरतें और निर्धारित पुलों या अंडरपास का ही उपयोग करें। बिना अनुमति ट्रैक पार करना न केवल अवैध है, बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है।
अन्य घटनाएं
गौरतलब है कि लखनऊ में रेलवे ट्रैक पर इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। हाल ही में, कानपुर-लखनऊ रेललाइन पर भी एक बड़ी दुर्घटना हुई थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी।
प्रशासन की चेतावनी
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान अत्यधिक सावधानी बरतें और केवल निर्धारित स्थानों का ही उपयोग करें। सुरक्षा नियमों का पालन न करने पर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान सुरक्षा उपायों के महत्व को उजागर किया है। नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को और कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।