लखनऊः यूपी महोत्सव में खान पान के साथ लोकगीतों का भी लगा तड़का

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विधान केसरी समाचार

लखनऊ । सप्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट एवं प्रगति इवेंट के संयुक्त तत्वाधान में 17 व यूपी महोत्सव 2024 मे जहां देश के सभी राज्यों के स्टॉल धारकों द्वारा अपने उत्पाद की बिक्री की जा रही है स्थानीय स्तर के भी जैसे टेराकोटा फर्नीचर कालीन कंबल रजाई बेडशीट प्लास्टिक की आधुनिक कुर्सियां मेज सभी वर्गों के लिए गर्म कपड़े यूपी महोत्सव में बहुत ही सस्ते दामों में उपलब्ध है ,लोगों द्वारा खूब खरीदारी की जा रही है फूड जोन में हौजी की चार्ट, अमन लालस का नॉनवेज सचिन का छोले कुलचे ओम के रोल और चटोरे लाल के फूड स्टॉल पर आई भीड़ इनके स्वादिष्ट व्यंजनों का लुफ्त उठा रही है।युपी महोत्सव का सांस्कृतिक मंच हमेशा से अपने अनोखे निराले और मनभावन गीत संगीत के लिए बार-बार लोगों को अपनी और आकर्षित करने में सफल रहता है प्रीति लाल के निर्देशन में अर्चना मिश्रा के सांसों की जरूरत है पुष्पा द्विवेदी का मेरी छोड़ो ना भैया शशि चतुर्वेदी सूरजमुख ना जइबे।

अनिका फिल्म एंड एंटरटेनमेंट ने अपनी बेहतर प्रस्तुति अनिका श्रीवास्तव शिंजिनी अनर्वअस्थान अराव अस्थान निवेश अग्रवाल अन्वी अग्रवाल इसके अलावा रामकृष्ण नृत्य समूह के लिए डॉक्टर फराज मनीष त्रिपाठी शेखर ने शानदार प्रस्तुतियों से सबको खूब रोमांचित किया। लोकप्रिय लोकगायिका प्रीति लाल ने लागल यूपी महोत्सव छोड़ा गर्व के झमेला, सैयां बड़ा बेईमान रे हमरी कदर न जानी इत्यादि लोकगीत गाकर लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। यूपी महोत्सव में राज सूचना आयुक्त सतेंद्र प्रकाश गुप्ता ने सभी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया और उन्होंने कहा कि प्रथम बार यूपी महोत्सव में आना हुआ है और यहां का दृश्य देखकर मैं बहुत अभिभूत हूं तथा आयोजक मंडल को बधाई एवं शुभकामना देता हूं।सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह एवं उपाध्यक्ष एन बी सिंह ने दीप प्रज्वलित करके किया तथा महोत्सव में आए सभी का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया। महोत्सव मे आज प्रिया पाल (सांस्कृतिक मंच की अध्यक्ष), प्रीति लाल, शाश्वत, पवन पाल और अथर्व मौजूद है।