बलियाः नो टेंशन! अब प्राथमिक स्कूल में ही हो सकेगा बच्चों का प्राथमिक उपचार
विधान केसरी समाचार
बलिया। आपात स्थिति में अब बच्चों का प्राथमिक उपचार स्कूल में ही हो सकेगा। इसके लिए परिषदीय स्कूलों में प्राथमिक स्वास्थ्य किट की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक स्कूल के एक शिक्षक को प्राथमिक उपचार के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
जिले के 2249 परिषदीय विद्यालयों में करीब 2.52 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। स्कूल परिसर में प्रायः बच्चे खेल-खेल में चोटिल हो जाते हैं, या आकस्मिक बीमार पड़ जाते हैं। ऐसी स्थिति में अब बच्चों का प्राथमिक उपचार स्कूल में ही हो सकेगा। इसके लिए परिषदीय स्कूलों में प्राथमिक स्वास्थ्य किट की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही प्रत्येक स्कूल के एक शिक्षक को स्वास्थ्य सेवा देने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। पिछले माह विद्यालयों में कंपोजिट ग्रांट के तहत लगभग एक करोड़ की राशि भेजी गई थी। सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिए गए थे कि इस बार खेल सामग्री के साथ ही स्वास्थ्य किट भी खरीदनी है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने बताया कि किट में सभी प्रकार की जरूरी दवाएं मौजूद होंगी, जिससे बच्चों को आपात स्थिति में प्राथमिक उपचार मिल सकेगा। बीएसए ने बताया कि सभी विद्यालयों में राशि भेजी जा चुकी है। किट खरीदने के निर्देश भी दिए गए हैं। आने वाले दिनों में सभी स्कूलों में किट की जांच की जाएगी।
किट में होंगे ये सामान
स्वास्थ्य किट में डिटॉल, पट्टी, गरम पट्टी, बैंडेज, रुई, कैंची, एंटीसेप्टिक लोशन, क्रीम, टेप, ग्लब्स, थर्मामीटर, सेफ्टी पिन, साबुन, चिमटी, लाल दवा, फिटकरी, सैनिटाइजर रहेगा।