बलियाः ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे रू अंडरपास नहीं बना तो 36 गांवों के तीन लाख लोगों को होगी परेशानी
विधान केसरी समाचार
बलिया। भरौली से मांझी तक निर्माणाधीन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे में जगह-जगह आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर अंडर पास नहीं बनने के कारण करीब 36 गांवों की तीन लाख आबादी को आवागमन में असुविधा होगी। ग्रामीणों का कहना है कि एनएचआई अधिकारियों ने अंडरपास बनाने का मौखिक आश्वासन दिया था, लेकनि अब अपने आश्वासन से पलट रहे हैं।
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में जो सड़क बंद हो रही है। उनमें शिवन टोला-नेक राय के टोला-इब्राहिमाबाद मार्ग, टेंगरही- देवराज ब्रह्म मार्ग, शुभनथई-देवराज ब्रह्म मोड़ मार्ग, चांदपुर-लालगंज मार्ग, सोनबरसा-टोला सेवक राय- धतुरीटोला मार्ग, मझौंवा -अघैला मार्ग, रेवती-पचरुखिया मार्ग, दया छपरा- नौका गांव मार्ग आदि 12 से अधिक सड़क बंद हो जा रही है। रिसाल टोला निवासी सुरेश सिंह, टोला नेका राय निवासी रामबालक सिंह, सोनबरसा निवासी संत कुमार सिंह, शुभनथई निवासी अरुण मिश्र, चांदपुर निवासी सूर्यकुमार सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि जब दो साल पूर्व जब ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का सर्वे शुरू हुआ था, उस समय अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि सभी सड़कों पर अंडर पास बनवाकर ग्रामीणों को आने-जाने की सुविधा दी जाएगी। जबकि अब महज पांच स्थानों पर ही अंडर पास बनाए जा रहे हैं। इससे लाखों लोगों को असुविधा होगी। एनएचआई अधिकारियों के इस रवैया से ग्रामीणों में आक्रोश है और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण रोकने के लिए ग्रामीणों में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। लोगों ने जिलाधिकारी से हस्तक्षेप की गुहार लगाई है।
आवश्यक जगहों पर होगा निर्माण
परियोजना प्रबंधक एनएचआई आजमगढ़ ने बताया कि एनएचआई ग्रामीणों को आवागमन के लिए अधिकतम सुविधा प्रदान करेगा। जहां-जहां आवश्यक होगा अंडरपास का निर्माण कराया जाएगा।