कन्नौज: शटरिंग ठेकेदार की लापरवाही से हुआ हादसा
विधान केसरी समाचार
कन्नौज। कन्नौज रेलवे स्टेशन की जांच अधिकारियों द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। हालाकि विभागीय अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से कतरा रहे है। तकनीकी जानकारों की माने तो हादसे के पीछे शटरिंग ठेकेदार की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां लोहे की शटरिंग इस्तेमाल करने की बजाये बांस और बल्ली का प्रयोग किया गया था जो सरिया व मसाले का लोड नही झेल पाये और एक बड़ा हादसा हो गया ।
रेलवे स्टेशन कन्नौज पर अमृत भारत योजना के तहत वेंटिग हाल का निर्माण कार्य कराते वक्त जो हादसा हुआ है उससे अफसरों की नींदे उड़ी हुई है। रविवार की सुबह रेस्क्यू पूर्ण हुआ निर्माण वाली जगह से पूरा मलबा हटा दिया गया इस दौरान जिलाधिकारी सुभ्रान्त शुक्ला ने 25 मजदूरों के दबने और सभी को रेस्क्यू कर निकाल लिया गया और सभी मजदूरों का इलाज अस्पताल मे चल रहा है इस हादसे का कारण जानने के लिये रेलवे के अधिकारियों ने 03 टीमों का गठन किया है रविवार की सुबह रेलवे के आईजी तारिक अहमद, मुख्य चीफ गोरखपुर नीलमणी, प्रमुख चीफ सेफ्टी मुकेश मल्होत्रा कन्नौज स्टेशन पहंुचे यहा पर निरीक्षण करने बाद वह घायल मजदूरों का हाल चाल जानने के लिये जिला अस्पताल गये जहां उन्होने घायल मजदूरों का हाल चाल जाना हालाकि इस दौरान उन्होने मीडियों कर्मियों से दूरी बनाये रखी।
तकनीकी जानकार आर्दश पाण्डेय ने बताया कि निर्माण के दौरान लेंटर डालने के लिये जो शटरिंग लगाई गई उसी मे खामी नजर आ रही है शटरिंग को लोहे के एंगल पर टिकाया गया और लोहे के एंगल को बांस और बल्लियों के सहारे टांग दिया गया इसके अलावा लेंटर करीब 10 मीटर की ऊंचाई पर डाल जा रहा था जिसके लिये कपलर और लेजर का इस्तेमाल किया गया हालाकि इसमे भी मानक का इस्तेमाल नही किया गया। कपलर की कुल लम्बाई 10 मीटर थी तो लेजर की दूरी 02 मीटर समझ मे आ रही जब कि इतनी अधिक हाइट के कपलर को लगाने के लिये लेजर की दूरी 01 मीटर से अधिक नही होनी चाहिये यदि ऐसा होता तो लोड बढने से भी शटरिंग को सपोट बना रहता और हादसा होने से टल सकता था।
लेंटर के वक्त वहां मजदूरी कर रहे लखन लाल ने बताया कि शटरिंग का ठेका बरेली के रहने वाले हामिद ठेकेदार का था उन्ही के पांच वर्करो ने मिलकर शटरिंग लगाई थी हालाकि हादसे के बाद शटरिंग ठेकेदार और उनके वर्करो का कोई अता पता नही है।