Sonebhadra: कसया खुर्द गांव में चकबंदी कार्य में भ्रष्टाचार के मामले में खुली पोल,जांच में पाया गया सही।

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दिनेश पाण्डेय ब्यूरो

ग्रामीणों की मानें तो गांव में किसानों को एक दूसरे से के खिलाफ लड़ाई लगा विवाद उत्पन्न करा रहा है।

सोनभद्र। चकबंदी प्रक्रिया के दौरान किसानों की शिकायतों को गंभीरता से लेने और उसमें पारदर्शिता सुनिश्चित करने का एक उदाहरण है। यहां आपको बताते चलें सोनभद्र जिले के कसया खुर्द गांव में चकबंदी कार्य में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण तत्कालीन बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी ने जाँच की और जांच में चकबंदी के दौरान प्रक्रिया का पालन न करने के लिये जहां एक तरफ सहायक चकबंदी अधिकारी को जवाबदेही के लिए तलब किया गया है वही दूसरी तरफ वहां के लेखपाल को दूसरे तहसील में स्थानांतरित कर दिया गया है, परंतु उक्त लेखपाल विभाग में अपने जुगाड़ के चलते अभी तक उसी गांव में बना हुआ है और ग्रामीणों की मानें तो गांव में किसानों को एक दूसरे से के खिलाफ लड़ाई लगा विवाद उत्पन्न करा रहा है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है।यहां आपको बताते चलें कि ग्रामीणों की शिकायत पर कि कसया खुर्द गांव में चकबंदी कार्य में अनियमितता लेखपाल व सहायक चकबंदी अधिकारी द्वारा प्रक्रिया का पालन न कर कुछ चुनिंदा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिये कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। ग्रामीणों की उक्त शिकायत पर बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी द्वारा मौके पर गांव में निरीक्षण के बाद ग्रामीणों की शिकायतें सही पाई गईं, जिसके बाद लेखपाल रोहित कुमार तिवारी का तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण कर दिया गया और सहायक चकबंदी अधिकारी कौशल प्रसाद से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है, और यदि उनका स्पष्टीकरण असंतोषजनक पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए उत्तर प्रदेश चकबंदी आयुक्त, लखनऊ को पत्र भेजा जाएगा। यहां आपको बताते चलें कि ग्रामीणों की शिकायत पर कि कसया खुर्द गांव में चकबंदी कार्य में अनियमितता लेखपाल व सहायक चकबंदी अधिकारी द्वारा प्रक्रिया का पालन न करके कुछ चुनिंदा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिये कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। ग्रामीणों की उक्त शिकायत पर बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी द्वारा मौके पर गांव में निरीक्षण के बाद ग्रामीणों की शिकायतें सही पाई गईं, जिसके बाद लेखपाल रोहित कुमार तिवारी का तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण किया गया। इतना ही नही हर गावों में लेखपाल व कानूनगो द्वारा धन लेकर इधर उधर करने का काम किया जाता है जो पक्ष पूजा करता है उसको जहाँ तहा नापी कर दिया जाता है।