उन्नाव: चुनावी जुमला बन रहा मुख्यमंत्री का भूमाफिया पर अभियान 

0

 

विधान केसरी समाचार

उन्नाव। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भू माफिया पर अभियान के निर्देशों के चलते 2017 में तहसील स्तर पर जांच करा कर भूमाफियाओं का चिन्हांकन कर मुकदमे लिखते हुए सक्षम न्यायालय में बेदखली के मुकदमे प्रचलित किए गए। किंतु करीब 7 वर्ष बीतने के उपरांत भी अभी तक ना तो उन्नाव में चिन्हित भूमाफियाओं के विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही की गई ना ही सरकारी जमीनों को खाली कराया गया।

किंतु 2017 में प्रशासन ने कुछ एक औपचारिकताओं का ढिंढोरा पीटकर फर्जी आख्याओं के आधार पर भूमाफिया को संरक्षण देते हुए 6 वर्ष बाद भूमाफिया के दर्ज मुकदमे में अम्बरीश शुक्ला उर्फ ललई जैसे लोगों को उन्मोचित होने में मदद जरूर की है। 2017 में भूमाफियाओं पर दर्ज मुवआवसंव 0797ध्2017 में 6 वर्ष बाद तत्कालीन राजस्व लेखपाल सदर सुनील कुमार सिंह की रिपोर्ट जिसमें ग्राम उन्नाव अंदर नगर पालिका की गाटा संव 3320ध्0.607हे, 3320मिध्0.2530हे, 3219मिध्0.2530हे, 3314ध्0.038हे, 3315ध्0.063हे, 3312ध्0.506हे जो ग्राम सभा के नाम दर्ज है पर अम्बरीश शुक्ला उर्फ ललई आदि द्वारा प्लाटिंग का कार्य किए जाने की आख्या को खारिज कर एक फर्जी आख्या वर्ष 2023 में न्यायालय में प्रस्तुत की गई जिसमें अम्बरीश शुक्ला ललई आदि द्वारा प्लाटिंग न किए जाने की रिपोर्ट दाखिल कर मुकदमे से उन्मोचित हो गए। उक्त भूमि नंबरानों पर आज भी तमाम आवासीय मकान बने हुए हैं, इसके विपरीत उन्नाव प्रशासन ने अम्बरीश शुक्ला उर्फ ललई के मुकदमे में उन्मोचन के विरुद्ध ऊपरी अदालत में अपील तक नहीं की।

गंगाघाट थाना अंतर्गत अकेले ग्राम कटरी पीपरखेड़ा में गांव सभा की कुल 17.8478हे भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर बेच दिया गया। 2017 में प्रशासन को प्रेषित संयुक्त आख्या में तत्कालीन लेखपाल कटरी पीपर खेड़ा धनीराम तथा सर्वे लेखपाल राकेश कुमार शर्मा ने 18 भूमाफियाओं द्वारा ग्राम कटरी पीपरखेड़ा की भूमि को अवैध रूप से कब्जा कर प्लाटिंग की रिपोर्ट प्रेषित की। रिपोर्ट के अनुसार दिव्या अवस्थी पत्नी कन्हैयालाल निवासी शुक्लागंज 2.0378हे, अनीता चतुर्वेदी पत्नी वीरेंद्र चतुर्वेदी निव शुक्लागंज 2.5000हे, रहमत अली पुत्र रमजान अली निवासी बेकनगंज कानपुर 0.2000हे, नौशाद लारी पुत्र मुख्तार लारी, यश ठाकुर उर्फ अंशुल ठाकुर निवासीगढ़ कानपुर 0.9200हे, रिजवान सोलंकी पुत्र स्वव मुस्ताक सोलंकी निव जाजमऊ कानपुर 0.7700हे, मोहम्मद तय्यब कुरैशी पुत्र एमव क्यूव लारी निव कानपुर 2.2000हे, नसीम अहमद पुत्र हाजी एकलाख अहमद निव जाजमऊ कानपुर 2.9000हे, मोहम्मद दिलशाद पुत्र साबिर अली, अब्दुल कलाम पुत्र अब्दुल्ला, अब्दुल समीम पुत्र अब्दुल समद, नीरज कुमार पुत्र रामचंद्र निवासीगढ़ कानपुर 2.5500हे, मोव सलीम पुत्र अंसार अहमद, मोव फाजिल पुत्र मोव सादिक निवासीगढ़ कानपुर 2.0500हे, अंसार अहमद पुत्र इसरार अहमद, सऊद अख्तर पुत्र मुख्तार निवासीगढ़ जाजमऊ कानपुर 0.2400हे, महफूज अख्तर पुत्र मुख्तार निव जाजमऊ कानपुर 0.2600हे द्वारा गांव सभा की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर प्लाटिंग की गई।

2017 से लेकर आज तक कुछ एक दो भूमाफियाओं पर औपचारिक कार्यवाही की गई ज्यादातर प्रशासनिक भ्रष्टाचार के सहारे संरक्षित होकर आज भी सरकारी जमीनों को निशाना बनाकर अवैध कब्जे करते हुए अपने सहयोगियों के साथ अवैध प्लाटिंग का कार्य कर रहे हैं। 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार के 5 वर्ष पूर्ण होने के बाद दूसरे कार्यकाल के 2 वर्ष बाद भी 2017 से प्रशासन द्वारा चिन्हित भूमाफियाओं पर कोई ठोस कार्यवाही ना होना भूमाफियाओं द्वारा अवैध रूप से कब्जा रखबो की वर्षों से धारा 67 (बेदखली) कार्यवाही प्रतीक्षारत रहना प्रशासन की भूमाफियाओं के साथ जुगलबंदी तथा भ्रष्टाचार को प्रमाणित करती है साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भूमिया के विरुद्ध अभियान को उन्नाव प्रशासन चुनावी जुमला साबित करने में लगा है।