प्रयागराजः द्वारिका की शेष लीलाओं का वर्णन करते हुए सुदामा चरित्र पर डाला प्रकाश

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विधान केसरी समाचार

प्रयागराज। राधे कृष्णा एन्क्लेव श्यामा सदन लूकरगंज में चल रही भागवत कथा के 26वें वर्ष के अंतिम दिन मथुरा से पधारे हुए व्यास आसन पर विराजमान डॉ रामजी लाल शास्त्री ने द्वारिका की शेष लीलाओं का वर्णन करते हुए सुदामा चरित्र पर विशेष प्रकाश डाला। बताया कि सुदामा जी का यह व्रत था कि वह कभी किसी से मांगने नहीं जाते थे यहां तक कि 10 से 12 दिन हो जाते केवल जल पीकर निकल देते थे और प्रसन्न रहते थे अपनी पत्नी को नित्य श्रीकृष्ण के चरित्र सुनाते थे परंतु कभी भी यह नहीं बताते थे कि वे उनके मित्र हैं एक दिन जब सुदामा जी नदी के किनारे चले गए तब संतो ने पीछे से आकर यह रहस्य खोला कि द्वारकाधीश श्री कृष्ण सुदामा जी के परम मित्र हैं पत्नी के आग्रह पर सुदामा जी सूखे चावलों की एक छोटी सी पोटली लेकर कृष्ण दर्शन की लालसा में द्वारिका पहुंचे द्वारपालों के द्वारा खबर पाकर श्री कृष्ण सुदामा से मिलने राजमहल के द्वार तक दौड़े दौड़े आए और सम्मनपूर्वक उन्हें महल के अंदर ले गए और अपने आंसुओं से उनके चरण धोए और विश्वकर्मा जी को आदेश देकर क्षण भर में अपनी द्वारकापुरी की तरह सुदामा पुरी का निर्माण करा दिया।

अपार संपत्ति दे दी लेकिन कुछ बताया नहीं। नव योगेश्वरों की कथा में उन्होंने बताया कि भागवत धर्म सबसे ऊंचा धर्म है भगवान को प्रसन्न करने के लिए जो जो कर्म किए जाते हैं वे सब भागवत धर्म हैं। इसी प्रसंग में 24 गुरुओं की कथा पर प्रकाश डालते हुए बताते हैं कि यदि मनुष्य के अंदर श्रद्धा और जिज्ञासा है तो वह जड़ वास्तु से भी ज्ञान प्राप्त कर सकता है श्रद्धा और जिज्ञासा के अभाव में यदि ईश्वर भी ज्ञान देने आए तो वह उनसे भी लाभ नहीं ले पाएगा इसके उपरांत भगवान के धाम गमन लीला का वर्णन किया। अंत में कलयुग में भगवान के परम पवित्र नाम की महिमा का वर्णन एवं  शुकदेव जी का पूजन मुख्य यजमान अतुल जी  निगम एवं सुधा निगम ने किया । इसके बाद मार्कंडेय जी का चरित्र वर्णन करने के उपरांत श्रीमद भागवत गवत की अनुक्रमणिका सुनाई जिस से संपूर्ण श्रीमद् भागवत कथा का फल प्राप्त हो जाता है। सुनाकर कथा को विराम दिया और भागवत जी का समापन भागवत जी के पूजन के द्वारा हुआ। भागवत समिति के कार्यकारी अध्यक्ष निंबार्क आश्रम के महंत राधा माधव दास ने समस्त उपस्थित भक्तों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

कार्यक्रम में अनुपम झा देवेंद्र प्रताप सिंह नटवरलाल भारतीय संतोष त्रिपाठी मुरारी लाल अग्रवाल राकेश अग्रवाल जितेंद्र सिंह मनीष द्विवेदी शरद अग्रवाल अमित यादव अवनीश दुबे आकांक्षा निगम बबिता यादव शालू श्रीवास्तव श्वेता झा गीता दीक्षित दीपमाला श्रीवास्तव सोनिका अग्रवाल आदि लोग शामिल रहे।