बीड में कानून व्यवस्था को लेकर सुप्रिया सुले ने जताई चिंता
शरद पवार गुट की पार्टी एनसीपी के नेता सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र के बीड जिले की स्थिति पर गहरी चिंता जताई है, जहां पिछले महीने सरपंच संतोष देशमुख की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह जिले में माफिया और अपराधियों को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाए। सुप्रिया सुले ने कहा कि राज्य और देश गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जैसे बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अनुबंधों की निरस्तीकरण, किसानों के प्रति अन्याय, और बढ़ती हिंसा।
सुले ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि बीड जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत ही खराब है। उन्होंने सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले का जिक्र किया, जिसमें बताया गया कि 9 दिसंबर को मसाजोग गांव के सरपंच देशमुख का अपहरण कर उन्हें प्रताड़ित किया गया और अंत में उनकी हत्या कर दी गई। सूत्रों के अनुसार, देशमुख ने पवनचक्की परियोजना से जुड़ी ऊर्जा कंपनी के खिलाफ जबरन वसूली का विरोध किया था, जिससे उनकी जान चली गई। सुले ने इस हिंसक घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से इस प्रकार के अपराधों को रोकने की अपील की।
सुले ने यह भी कहा कि अगर बीड जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार नहीं होता, तो राज्य में कोई भी निवेश नहीं आ पाएगा। उन्होंने कहा, “अगर राज्य में इस तरह का माहौल बना रहा तो कौन निवेश करने आएगा? हमें इन मुद्दों को गंभीरता से लेना चाहिए और इस समस्या का समाधान खोजना चाहिए।” इसके साथ ही उन्होंने बीड मुद्दे पर एक सर्वदलीय बैठक की मांग की, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महाराष्ट्र देश में निवेश के लिए सबसे अच्छे गंतव्यों में से एक बने।
सुप्रिया सुले ने राज्य और देश की आर्थिक स्थिति पर भी चिंता जताई और कहा कि महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था संकटग्रस्त है। उन्होंने बताया कि कर्ज और ऋणों के बोझ के चलते राज्य की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। इसके अलावा उन्होंने अमेरिका डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये के कमजोर होने के संकेत दिए और कहा कि विशेषज्ञों का अनुमान है कि रुपये की कीमत 90 रुपये प्रति डॉलर को पार कर सकती है। इस स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार को अपनी आर्थिक नीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।