उन्नाव: समाजसेवी ने रक्तदान से बचाई मासूम की जान

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विधान केसरी समाचार

सफीपुर/उन्नाव। सफीपुर विकासखंड के देवगनमऊ गांव निवासी राजन पांडेय के 10 वर्षीय पुत्र कृष्णा पांडेय, जो क्रोनिक किडनी बीमारी से जूझ रहा है, की जान समाजसेवी रक्तदाता मोहित कुमार की तत्परता और मानवीय प्रयासों से बच सकी। कृष्णा का इलाज लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। सोमवार रात अचानक उसकी स्थिति बिगड़ने पर डायलिसिस के लिए तत्काल ब्लड की आवश्यकता पड़ी।

कृष्णा के परिजनों ने खून की जरूरत पूरी करने के लिए ब्लड बैंक और रिश्तेदारों से संपर्क किया, लेकिन कहीं से भी सहायता नहीं मिल सकी। मजबूर होकर उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया और ब्लड के लिए मदद की गुहार लगाई।

सोशल मीडिया पर यह अपील देखकर उद्शाह गांव निवासी समाजसेवी मोहित कुमार ने तत्काल मदद का निर्णय लिया। करीब 100 किलोमीटर का सफर तय करके वह रात में लखनऊ के मेडिकल कॉलेज पहुंचे और अपना 15वां रक्तदान कर मासूम की जान बचाई। मोहित ने कहा कि पहली बार उन्होंने अपने मित्र अनूप हिंदू से प्रेरित होकर रक्तदान किया था।

अनूप हिंदू, जो अब तक 25 बार रक्तदान कर चुके हैं, ने मोहित को रक्तदान के लिए प्रेरित किया था। मोहित ने बताया कि जरूरतमंदों की मदद करना उनके जीवन का उद्देश्य बन चुका है, और यह रक्तदान उनके लिए एक सेवा है।

कृष्णा की मां रजनी पांडेय ने भावुक होकर कहा कि कई रिश्तेदारों और दोस्तों से मदद मांगी, लेकिन कोई आगे नहीं आया। मोहित ने जिस तरह से रात में आकर हमारे बेटे की जान बचाई, वह ईश्वर के समान है।

मोहित कुमार के इस मानवीय कार्य की क्षेत्र में जमकर सराहना हो रही है। यह घटना दिखाती है कि कैसे एक व्यक्ति की संवेदनशीलता और तत्परता किसी की जिंदगी बचा सकती है।