पीलीभीत: मीडियाकर्मियों का विद्युत डिवीजन कार्यालय पर धरना प्रदर्शन, डीएम को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा
विधान केसरी समाचार
पीलीभीत। जनपद की तहसील पूरनपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत पूरनपुर देहात क्षेत्र में एक बड़ा जनहित का मामला लगातार प्रशासन की अनदेखी का शिकार हो रहा है। यहां महिला अस्पताल, मोहल्ला नूरी नगर, रजागंज और अहमद नगर की घनी आबादी के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन विद्युत लाइन वर्षों से जानलेवा बनी हुई है। इस लाइन के चलते अब तक कई इंसानों और जानवरों की मौत हो चुकी है। समस्या को लेकर वर्ष 2021 में मीडिया कर्मियों नाजिम खान के सहयोग में सयुंक्त मीडियाकर्मियों ने विद्युत डिवीजन कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया गया था। प्रदर्शन के दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी पुलकित खरे, पीलीभीत अधिक्षण अभियंता, बरेली चीफ के निर्देश पर पहुंचे जिसमें भाजपा विधायक बाबूराम पासवान भी मीडियाकर्मियों के धरने में पहुचकर अधिकारियों की लापरवाही को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी और समस्या के समाधान कराने का आश्वासन दिया था। जिलाधिकारी ने इस हाईटेंशन लाइन को सरकारी खर्चे पर हटवाने का अश्वासन दिया था। विधायक बाबूराम पासवान ने स्थानीय लोगों की समस्या को लेकर विधुत मंत्री को भी आवगत कराया था। मीडियाकर्मियों के आंदोलन व विधायक के प्रयास से भारत सरकार की रिवेम्प योजना में इस लाइन को शामिल किया गया और लगभग 4-5 महीने पहले दूसरी लाइन बनाकर चालू भी कर दी गई। लाइन हटाने और पुराने तारों को डिस्मेंटल करने का टेंडर भी हो चुका है।
लेकिन अब तक संबंधित विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह कार्य पूरा नहीं हो सका है। हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से हाल ही में एक व्यक्ति, सगीर मेंबर, की दुखद मृत्यु हो गई। इसके बावजूद विभागीय अधिकारी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कुछ दिन पूर्व उपजिलाधिकारी ने भी इस पर विभागीय अधिकारियों से जवाब तलब किया था, लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। स्थानीय निवासियों और मीडिया कर्मियों ने जिलाधिकारी से मांग की है। बंद पड़ी हाईटेंशन लाइन को जल्द से जल्द हटवाया जाए। यदि समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो मजबूरन दोबारा से धरना प्रदर्शन करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचेगा। जनहित की इस गंभीर समस्या पर प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि पहले भी लगभग चार सालों तक यह लाइन बंद रही और उसके बाद अधिकारियों ने दोवारा लाइन शुरू कर दी थी। इसी को लेकर स्थानीय लोग चिंतित हैं। कि विभाग के द्वारा कहीं दोबारा से इस लाइन को चालू न कर दिया जाए। जबकि इस लाइन को हटाने के लिए टेंडर भी हो चुका है।