जय श्रीराम का जबरन नारा लगवाना हिंदुत्व नहीं है-शशि थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर के मुताबिक जय श्रीराम का जबरन नारा लगाना हिंदुत्व नहीं है. यह बात उन्होंने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में कही. यहां उन्होंने एक अच्छे हिंदू बनने के चार रास्ते भी बताए.
शशि थरूर रविवार को फ्रांसेस्क मिराल्स के साथ जयपुर लिटरेचर फेस्ट में एक इंटरेक्टिव सेशन में थे. इस दौरान थरूर ने बताया, ‘चार तरीके हैं जिनसे आप एक अच्छे हिंदू बन सकते हैं. पहला ज्ञान योग है, जिसमें पढ़ने और ज्ञान के माध्यम से आध्यात्मिक विचारों के बारे में पता लगाने की कोशिश की जाती है, यह मैं भी करता हूं. दूसरा भक्ति योग है, जो कि ज्यादातर लोग करते हैं. फिर राज योग आता है, जो कि मेडिटेशन के जरिए अपने भीतर सत्य की तलाश करना है. और आखिरी में कर्म योग.’
कर्म योग के बारे में बताते हुए थरूर कहते हैं, ‘महात्मा गांधी कर्म योग के महान अभ्यासी थे. कर्म योग में आप मानवता की सेवा करते हैं, अपने साथी पुरुष-महिलाओं की सेवा करते हैं और इसी सेवा के माध्यम से आप वास्तव में भगवान की पूजा करते हैं.’
शशि थरूर कहते हैं, ‘स्वामी विवेकानंद कह चुके हैं कि हिंदू कभी भी धर्मिक हिंसा की आग नहीं जलाएंगे. हमारे धर्म में यह कहने की कोई जगह नहीं है कि मेरा वाला ही एकमात्र तरीका है लेकिन दुर्भाग्य से कुछ लोग हिंदू धर्म के नाम पर भी ऐसा दावा करते हैं.’ शशि थरूर ने इसके लिए ब्रिटेन की फुटबॉल टीमों का उदाहरण दिया. दरअसल, एक वक्त ब्रिटेन की फुटबॉल टीमों के समर्थकों में भी यही भावना थी कि वह दूसरी टीमों और उनके समर्थकों को बर्दाश्त नहीं कर पाते थे. इस कारण कई बार दंगे होते थे.
शशि थरूर ने कहा, जैसा पहले वहां होता था कि तुम अगर मेरी टीम का सपोर्ट नहीं करोगे, तो मैं तुम्हारे सिर फोड़ दूंगा. ऐसी बातों की हिंदुत्व में कोई जगह नहीं है. जय श्री राम नहीं बोलोगे तो मैं तुम्हें कोड़े मारूंगा. यह हमारा हिंदू धर्म नहीं है. इसका हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है.