लखनऊ: अनियमित तरीके से भार निर्धारण कर संयोजन देने का आरोप, मोहनलालगंज खंड में नियम दरकिनार
विधान केसरी समाचार
मोहनलालगंज खंड अंतर्गत एक बड़ी भवन निर्माण कंपनी की बहु मंजिला परिसर को अनियमित तरीके से भार निर्धारण की स्वीकृति दे दी गई भार निर्धारण में हो गया खेल चर्चित भवन निर्माण कंपनी द्वारा कराए गए निर्माण का नियमानुसार गणना करने पर लगभग 3000 किलो वाट भार स्वीकृत होना चाहिए। परंतु आपसी मिली भगत से मात्र 1700 किलो वाट का भार स्वीकृत किया गया। भूमिगत लाइन बिछाने में भी नियमों की उड़ी धज्जियाँ। कंपनी के परिसर से उपकेंद्र तक भूमिगत लाइन बिछाने में नियमों का बिल्कुल भी पालन नहीं किया गया।
पहले आरडीएसएस योजना के तहत कराई जा रहे काम के लिए बनाई गई ट्रेंच में ही इस लाइन को समायोजित करने का प्रयास किया गया। मीडिया में खबरें चलने पर जैसे-तैसे उपकेंद्र परिसर में अलग ट्रेंच बनाकर स्थापित किया गया परंतु ट्रेंच बनाने में भी नियमों से खिलवाड़ करते हुए केवल लगभग 10 इंच की खुदाई मिट्टी में ही केबल को दबा दिया गया तथा ऊपर से ईट रख दी गई निवास करने वाले लोगों एवं अधिकारियों के लिए बढ़ेगी समस्या। इस प्रकार के अनुचित एवं अनियमित निर्माण से बारिश के मौसम मिट्टी धसने अथवा भारी वाहन के उपकेंद्र पर आवागमन के दौरान भूमिगत लाइन क्षतिग्रस्त होने का खतरा बना रहता है जिस लाइन बाधित होने पर विद्युत विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े होंगे लोग आक्रोशित होंगे।
एवं परिसर में एक बड़ी धनराशि लगाकर निवास करने वाले लोग प्रताड़ित होंगे जानकार सूत्रों ने वार्ता के दौरान बताया यदि किसी अन्य खंड के अधिकारियों द्वारा पूरे मामले की जांच कराई जाए तो एक बड़ा खेल उजागर होगा।
क्या बोले जिम्मेदार
अधिशासी अभियंता सरवन कुमार सिंह पूरे प्रकरण से अनभिज्ञ नजर आए यहां तक की अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर लगाई जा रही भूमिगत लाइन के कार्य की भी जानकारी होने से इनकार किया।