सरकार कुछ नहीं छिपा रही है-एसपी बघेल

0

 

प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा में यूपी सरकार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि सरकार ने मरने वालों के आंकड़े छिपाए. इसको लेकर केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि सरकार कुछ नहीं छिपा रही है.

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव चाहे जो कहें, लेकिन कोई घटना को छिपा नहीं सकता. सोशल मीडिया का युग है, हर हाथ में मोबाइल है, लोग हर घटना का को मोबाइल में कैद करते हैं. इसलिए उनके आरोप सही नहीं हैं.

एसपी बघेल ने एबीपी से बात करते हुए कहा, “घटना को कोई दबा ही नहीं सकता है चाहकर भी. जितने लोग उस दिन कुंभ में थे, उतने ही मोबाइल थे. ऐसे भी लोग होते हैं, कोई अगर जल रहा होता है तो लोग वीडियो बनाते हैं. इसलिए ये तो संभव ही नहीं है कि मामले को दबाया जा सके. ऐसे लोगों की संख्या भी कम नहीं होती है.”

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार कुछ भी नहीं छिपा रही है. अगर किसी का कोई मिस है तो उसे बताना चाहिए कि हमारा व्यक्ति गया था, वो नहीं आया. कोई व्यक्ति केवल 25 लाख रुपये के मुआवजे के लिए नहीं आता है.

उन्होंने कहा कि जब 200 लोगों की बारात आ जाती है तो हमारे हाथ-पैर फूल जाते हैं. महाकुंभ में दो एक दिन में 2-2 करोड़ लोगों का आ रहे हैं. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. सबको दुख है. आयोग बैठ गया है. सीनियर अधिकारी तथ्यों पर आधारित रिपोर्ट देंगे. उसके आधार पर जिन लोगों की लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

अखिलेश ने लोकसभा में यूपी सरकार को घेरते हुए कहा था कि जो सरकार डिजिटल-डिजिटल कहते नहीं थकती, वो महाकुंभ में मारे गए लोगों के डिजिट नहीं बता पा रही है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस मामले में सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए. महाकुंभ आपदा प्रबंधन, खोया-पाया केंद्र की जिम्मेदारी सेना को दी जाए. घायलों का इलाज, दवा-डॉक्टर, भोजन पानी का आंकड़ा संसद में पेश किया जाए. महाकुंभ हादसे के जिम्मेदार लोगों पर घोर दंडात्मक कार्रवाई की हो. जिन्होंने सच छिपाया है, उन्हें दंडित किया जाए. हम डबल इंजन की सरकार से पूछता हूं कि अगर अपराध बोध नहीं था तो आंकड़े दबाए, छिपाए और मिटाए क्यों गए हैं. साक्ष्य छिपाना भी अपराध है.