लखनऊः ट्रिपल तलाक के आरोप मे समीक्षा अधिकारी पहुँचा सलाखो के पीछे
विधान केसरी समाचार
लखनऊ। तीन तलाक के मामलो में जहाँ प्रशासन एवं न्यायलयो ने सख्त रुख अपना रखा है और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिये बाध्य है जिसके चलते लखनऊ एसीजीएम द्वीतय न्यायलय से जारी गैर जमानती वारंट ने एक समीक्षा अधिकारी को सलाखो के पीछे पहुचा दिया। कार्मिक विभाग् मे कार्यरत समीक्षा अधिकारी आसिम खान के विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी हुआ था जिसमें इंदिरा नगर पुलिस ने रविवार को समीक्षा अधिकारी आसिम खान को शाम 5 बजे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।ट्रिपल तलाक पीड़िता महिला अधिवक्ता अकशा अजीम ने कहा कि उसका निकाह 2018 मे हुआ था जिसके बाद उसको दहेज के लिये प्रताड़ित किया जाता रहा है। उसका एक 6 साल का बेटा भी है और न्यायलय से उसको भरण पोषण की राशि भी नही मुहैय्या कराई जा रही है। तमाम रुकावटो के बाद उसे अब कामयाबी हासिल हुई है। अक्सा ने बताया कि इतनी लम्बी लड़ाई मे उसको न प्रशासन का साथ मिला और न ही उपमुख्यमंत्री या मुख्यमंत्री से।सभी की चैखट पर गणेश परिक्रमा करने के बाद उसके प्रार्थनापत्र को सिर्फ इस वजह से निरस्त कर दिया जाता था कि यह एक पारिवारिक मामला है। अक्सा अजीम ने बताया उसके पूर्व पति पर एक महिला ने रेप और दो बार अबॉर्शन का मुकदमा भी लिखवा रखा है जिसमे भी पुलिस की उदासीनता के चलते गिरफ्तारी नही हो पाई है। पीड़िता महिला अधिवक्ता ने कहा कि उसके पति पर इतने गंभीर आरोप है उन्हे सरकार तत्काल प्रभाव से अपने पद से बरखास्त करने की गुहार लगाई है और पति पर कठोर कार्रवाई की प्रार्थना की है।