कंगना रनौत की कोताही पर सख्त हुआ कोर्ट, दिया आखिरी मौका
जावेद अख्तर मानहानि मामले में कंगना रनौत की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. एक्ट्रेस को मुंबई कोर्ट की तरफ से गैर-जमानती वारंट भेजा जा सकता है. इससे पहले कोर्ट ने कंगना को आखिरी मौका दिया है ताकि वे मामले की सुनवाई में शामिल हों. कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि अगर कंगना रनौत अब भी कोर्ट में नहीं आईं तो उन्हें गैर-जमानती वारंट भेजा जाएगा.
कंगना रनौत जावेद अख्तर के साथ लंबे समय से चल रहे मानहानि मामले को निपटाने के लिए मध्यस्थता बैठक में शामिल नहीं हुई थीं. ऐसे में मुंबई की एक अदालत ने मंगलवार को एक्ट्रेस के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने से पहले एक आखिरी मौका दिया है. कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी ने बांद्रा अदालत को बताया कि वो संसद के कामों में बिजी हैं और इसी वजह से वे सुनवाई में शामिल नहीं हो सकीं.
कंगना रनौत के सुनवाई में शामिल ना होने की वजह से जावेत अख्तर के वकील जय के भारद्वाज ने एक अर्जी दायर की. इसमें मांग की गई कि कंगना रनौत के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया जाए. भारद्वाज ने बताया कि एक्ट्रेस लगभग 40 तारीखों में कोर्ट की सुनवाई में शामिल नहीं हुईं. कोर्ट ने कंगना रनौत के वकील को अर्जी पर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. वहीं वकील ने गैर जमानती वारंट का विरोध जताया है. ऐसे में मजिस्ट्रेट ने एक्ट्रेस को एक आखिरी मौका देने का फैसला लिया है.
मार्च 2016 में जावेद अख्तर के घर पर एक बैठक हुई थी. इस दौरान कंगना रनौत और ऋतिक रोशन ईमेल को लेकर खबरों में थे. कथित तौर पर रोशन परिवार के करीबी जावेद अख्तर ने कंगना के साथ मीटिंग करने की जिम्मेदारी ली थी और एक्ट्रेस से रोशन से माफी मांगने के लिए कहा था. कंगना ने तब तो कोई जवाब नहीं दिया था लेकिन साल 2020 में सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के बाद, एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर के साथ अपनी 2016 की मुलाकात का जिक्र किया था. इस दौरान कंगना की बातें जावेद अख्तर को अपमानजनक लगी और उन्होंने एक्ट्रेस के खिलाफ मानहानि का केस कर दिया था.