पंजाब के कैबिनेट में सात नए चेहरों को मिली जगह, मंत्री न बनने पर दो विधायकों को मलाल

 

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपना मंत्रिमंडल विस्तार कर लिया है. मंत्रिमंडल विस्तार में कुल 15 मंत्रियों ने शपथ ली. 15 मंत्रियों में आठ पुराने चेहरे हैं जो कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में मंत्री थे. इस मंत्रिमंडल में सात नए चेहरों को जगह दी गई है. मुख्यमंत्री चन्नी और उनकी कैबिनेट को मिलकर राज्य में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी करनी है और उस जंग को जीतना है. जिन्हें चन्नी सरकार में मंत्री बनने का मौता नहीं मिला वह थोड़े मायूस नजर आ रहे हैं. मंत्री पद जाने के बाद दो पूर्व मंत्रियों ने मीडिया के जरिए पार्टी हाईकमान के सामने अपनी बात रखी. इन पूर्व मंत्रियों के बयान के बाद पंजाब के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि कई लोगों को नई जिम्मेदारी दी जाएगी.

चरणजीत सिंह चन्नी सरकार में साधु सिंह धर्मसोत, बलबीर सिद्धू, गुरप्रीत कांगड़, राणा गुरमीत सोढ़ी और सुंदर श्याम अरोड़ को भी मंत्री पद नहीं दिया गया. चन्नी कैबिनेट की शपथ के बाद बलबीर सिद्धू और गुरप्रीत कांगड़ ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हाईकमान से सवाल पूछा और नाराजगी का कारण जानना चाहा.

पंजाब मंत्रिमंडल में रणदीप सिंह नाभा, परगट सिंह, राजकुमार वेरका, संगत सिंह, अमरिंदर राजा, गुरकीरत कोटली और राणा गुरजीत सिंह के रूप में नए चेहरों को जगह मिली है. तो वहीं मनप्रीत बादल, ब्रह्म मोहिंद्रा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, अरुणा चौधरी, सुखविंदर सरकारिया, रजिया सुल्ताना, विजय इंदर सिंगला और भारत भूषण आशु को दोबारा मंत्री पद से नवाजा गया है.

अब चूंकि कुछ ही महीनों बाद पंजाब में चुनाव होने हैं, और कहा ये जा रहा है कि चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा, तो ज़ाहिर सी बात है फिलहाल पंजाब सरकार की पूरी कैबिनेट नाइट वॉचमैन की भूमिका में ही रहेगी, अब देखना ये होगा कि नाइट वॉचमैन वाली सरकार सिद्धू के लिए मैच जिताने वाला रिजल्ट देगी, या फिर उन्हें कही हिट विकेट आउट करा देगी.