गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकी ने सेना से लगाई जान बख्शने की गुहार

 

जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एक लाइव एनकाउंटर के दौरान 26 सितंबर को भारतीय सेना को बड़ी कामयाबी मिली थी. इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तानी आतंकी को जिंदा गिरफ्तार किया था, जिसका नाम अली बाबर पात्रा बताया जा रहा है, जो मात्र 19 साल का है. अब उसने सेना से अपनी जान बख्शने की गुहार लगाई है. सेना की पूछताछ के दौरान उसने घर जाने की अपील करते हुए कहा है कि उसकी मां उसका इंतजार कर रही होगी.

 

पाकिस्तान के किशोर आतंकवादी अली बाबर पात्रा का कहना है कि वह लश्कर-ए-तैयबा के एरिया कमांडर, आईएसआई और पाकिस्तानी सेना से उसे उसकी मां के पास वापस ले जाने की अपील करता है, जैसे उन्होंने उसे यहां भारत में आतंकवादी घटना को अंजाम देने के लिए भेजा था.

अली बाबर पात्रा ने बताया है कि उसके परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह आतंकी गतिविधी में शामिल हो गया था. उसने बताया कि वह सियालकोट में एक कपड़ा कारखाने में नौकरी करता था. जहां उसकी मुलाकात अनस से हुई, जो लश्कर-ए-तैयबा के लिए लोगों की भर्ती करता था. अनस ने पात्रा को 20,000 रुपये दिए और बाद में 30,000 रुपये और देने का वादा किया था.

अपने एक संदेश में पात्रा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना, आईएसआई और लश्कर-ए-तैयबा कश्मीर की स्थिति के बारे में झूठ फैला रहे हैं. उसका कहना है कि आतंकी ट्रेनिंग के दौरान उसे बताया गया था कि भारतीय सेना रक्तपात कर रही है, लेकिन यहां सब कुछ शांतिपूर्ण है. पात्रा का कहना है कि वह अपनी मां को बताना चाहता है कि भारतीय सेना ने उसका अच्छा ख्याल रखा है.