घटना स्थल पर नहीं था मेरा बेटा, हिंसा के लिए राकेश टिकैत जिम्मेदार-अजय मिश्रा

 

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बयान सामने आया है. अजय मिश्रा ने इस हिंसा के लिए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को जिम्मेदार ठहराया है. अजय मिश्रा ने कहा है कि मैं और मेरा बेटा उस वक्त घटना स्थल पर मौजूद नहीं थे. इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए. सच सबके सामने आ जाएगा.

अजय मिश्रा ने कहा, ‘’हिंसा में हमारे कार्यकर्ता भी मरे हैं, उनको भी मुआवजा मिलना चाहिए. हमने इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है. जो दोषी हैं उनपर कार्रवाई होनी चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘’प्रदर्शनकारियों ने हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला किया और उन्हें पीटा गया. हमने भी मामला दर्ज कराने के लिए कहा है.’’

अजय मिश्रा ने आगे कहा, ‘’जिस तरह से हमारे कार्यकर्ताओं को पीट पीटकर मारा गया है, अगर मेरा बेटा भी वहां होता तो उसे भी पीटकर मार देते. हम जांच के लिए तैयार हैं. वीडियो में स्पष्ट है कि कुछ लोग मार रहे हैं और ये भी कह रहे हैं कि तुम मंत्री जी का नाम लो. मेरी गाड़ी कार्यकर्ताओं को लेकर जा रही थी, शायद उन्होंने उसे देखकर ये समझ लिया कि मेरा बेटा उसमें है. उसकी हत्या करने के लिए भी ये हमला हो सकता है.’’

बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में करीब दस माह से आंदोलन कर रहे किसानों की नाराजगी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के कथित तौर पर उस बयान के बाद और बढ़ गई, जिसमें उन्होंने किसानों को ‘दो मिनट में सुधर जाने’ और ‘लखीमपुर खीरी छोड़ने’ की चेतावनी दी थी.

 

गृह राज्य मंत्री और लखीमपुर खीरी के सांसद अजय कुमार मिश्रा का कुछ दिनों पहले अपने गृह जिले की एक सभा में किसानों को दी गई चेतावनी का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें वह कहते सुने जा रहे हैं कि “सामना करो आकर, हम आपको सुधार देंगे, दो मिनट लगेगा केवल.”

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी के सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के विरोध में रविवार को आंदोलित किसानों ने उनके पैतृक गांव बनबीरपुर में आयोजित एक समारोह में उपमुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के जाने का विरोध किया और इसके बाद भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई. किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्रा का बेटा जिस एसयूवी में सवार था, उसी ने किसानों को कुचल दिया.