आईपीएल 2021 फाइनल में दूसरी बार होगा चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का आमना-सामना

 

आईपीएल 2021में आज चेन्नई सुपर किंग्स  का मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स  से होगा. टूर्नामेंट के इतिहास में ये दूसरा मौका है जब फाइनल में दोनों टीमों का आमनासामना होगा. इससे पहले साल 2012 में पहली बार CSK और KKR की टीमें आपस में टकराई थी. उस साल जहां KKR की अगुवाई गौतम गंभीर  कर रहे थे, वहीं CSK की कमान तब भी कैप्टन कूल एमएस धोनी  के हाथों में ही थी और आज भी उन्हीं के हाथों में है. CSK की टीम जहां अपने रिकॉर्ड 9वें फाइनल में चौथे खिताब की तलाश में है. वहीं KKR की टीम इससे पहले दो बार फाइनल में पहुंची है और दोनों बार खिताब पर कब्जा जमाया है. टीम के कप्तान इयोन मोर्गन पूर्व कप्तान गंभीर के नक्शेकदम पर चलते हुए KKR का IPL फाइनल में अविजित रहने का रिकॉर्ड बरकरार रखना चाहेंगे

KKR ने 2012 की ही तरह इस साल भी दिल्ली को हराकर फाइनल में जगह बनाई है. बस इसमें दो मामूली से अंतर हैं. इसमें से एक अंतर नाम का है, उस समय दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) का नाम दिल्ली डेयरडेविल्स (Delhi Daredevils) हुआ करता था. दूसरा अंतर ये है कि 2012 में जहां कोलकाता ने पहले क्वालीफायर में जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनाई थी, वहीं इस साल उसने दूसरे क्वालीफायर में दिल्ली की टीम को मात दी है.

IPL 2012 का ये फाइनल चेन्नई के घरेलू मैदान एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला गया था. चेन्नई के कप्तान धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. टीम के ओपनर्स माइकल हसी  और मुरली विजय ने चेन्नई को शानदार शुरुआत दिलाई. दोनों ने पहले विकेट के लिए शानदार 87 रनों की साझेदारी की. हसी ने 43 गेंदों में 54 और विजय ने 32 गेंदों में 42 रन स्कोर किये. इसके बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए सुरेश रैना (Suresh Raina) ने 38 गेंदों पर 73 रनों की विध्वंसक पारी खेली. CSK ने अपने 20 ओवरों में 190 रनों के विशाल स्कोर खड़ा किया.

191 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी KKR की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं हुई और टीम ने महज 3 रनों के स्कोर पर कप्तान गौतम गंभीर  का विकेट गंवा दिया था. टीम के अन्य ओपनर मनविंदर बिसला  ने तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी के लिए आए महान ऑलराउंडर जैक कैलिस के साथ मिलकर शानदार बल्लेबाजी की. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 136 रनों की साझेदारी कर KKR की जीत की नींव रखी. कोलकाता की टीम ने दो गेंद शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया और IPL के अपने पहले खिताब पर कब्जा जमाया. प्लेयर ऑफ द मैच बिसला ने 48 गेंदों पर 89 रनों की शानदार पारी खेली. इसके अलावा कैलिस ने 49 गेंदों पर 69 रनों की पारी खेली. अब इस साल एक बार फिर KKR और CSK की टीमें फाइनल में आमनेसामने हैं. धोनी जहां 2012 की हार का बदला लेने के लिए बेताब होंगे, वहीं मोर्गन की कोशिश फाइनल में टीम की जीत के रिकॉर्ड को बरकरार रखने की होगी.