लोगों की सेवा करते हुए 20 साल पूरे हुए-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सूरत में सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज द्वारा निर्मित छात्रावास चरण-1 (लड़कों के लिए छात्रावास) का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास किया. छात्रावास भवन में लगभग 1500 छात्रों के लिए आवासीय सुविधा है. इसमें एक सभागार और छात्रों के लिए एक पुस्तकालय भी है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज द्वारा आज विजयादशमी को एक पुण्य कार्य का शुभारंभ हो रहा है. मैं आप सभी को और पूरे देश को विजयादशमी की हार्दिक बधाई देता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम के अनुसरण का अर्थ है मानवता का और ज्ञान का अनुसरण. इसलिए गुजरात की धरती से बापू ने रामराज्य के आदर्शों पर चलने वाले समाज की कल्पना की थी. मुझे खुशी है कि गुजरात के लोग उन मूल्यों को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं. सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में आज की गई एक पहल भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’आज फेज-1 हॉस्टेल का भूमिपूजन हुआ है और 2024 तक दोनों फेज का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. कितने ही युवाओं, बेटे-बेटियों को आपके इन प्रयासों से एक नई दिशा मिलेगी, उन्हें अपने सपनों को साकार करने का अवसर मिलेगा. भारत इस समय अपनी आजादी के 75वें वर्ष में है। ये अमृतकाल हमें नए संकल्पों के साथ ही, उन व्यक्तित्वों को याद करने की भी प्रेरणा देता है, जिन्होंने जनचेतना जागृत करने में बड़ी भूमिका निभाई. आज की पीढ़ी को उनके बारे में जानना बहुत आवश्यक.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’भारत इस समय अपनी आजादी के 75वें वर्ष में है. ये अमृतकाल हमें नए संकल्पों के साथ ही, उन व्यक्तित्वों को याद करने की भी प्रेरणा देता है, जिन्होंने जनचेतना जागृत करने में बड़ी भूमिका निभाई. आज की पीढ़ी को उनके बारे में जानना बहुत आवश्यक. जो लोग गुजरात के बारे में कम जानते हैं, उन्हें मैं आज वल्लभ विद्यानगर के बारे में भी बताना चाहता हूं. आप में से काफी लोगों को पता होगा, ये स्थान, करमसद-बाकरोल और आनंद के बीच में पड़ता है.’’
पीएम मोदी ने कहा, ‘’सबका साथ, सबका विकास का सामर्थ्य क्या होता है ये भी मैंने गुजरात से ही सीखा है. एक समय गुजरात में अच्छे स्कूलों की कमी थी, अच्छी शिक्षा के लिए शिक्षकों की कमी थी। उमिया माता का आशीर्वाद लेकर, खोड़ल धाम के दर्शन करके मैंने इस समस्या के समाधान के लिए लोगों को अपने साथ जोड़ा. आपके आशीर्वाद की ताकत इतनी बड़ी है कि आज 20 साल से अधिक समय हो गया, फिर भी अखंड रूप से पहले गुजरात की और आज पूरे देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है.’’
करीब 500 छात्राओं के लिए दूसरे चरण के छात्रावास का निर्माण अगले साल शुरू होगा. यह 1983 में स्थापित एक पंजीकृत ट्रस्ट है, जिसका प्रमुख उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों का शैक्षिक और सामाजिक परिवर्तन है. यह छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है और उन्हें उद्यमिता और कौशल विकास के लिए प्लेटफार्म भी प्रदान करता है. कार्यक्रम के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहेंगे.