जालौन: प्रसव के दौरान महिला की मौत के मामले में न्याय पाने के लिए जिलाधिकारी के दरबार में नवजाति बच्ची के साथ पहुंचा मृतका का पति
विधान केसरी समाचार
उरई /जालौन। जिला महिला अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते प्रसव के बाद महिला की मौत पर न्याय पाने तथा दोषियों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा मृतका का पति सुमित यादव निवासी ग्राम गढ़ा कुसमरा साथ में बहन बीरवती की गोद में नवजाति बच्ची को लेकर दोषियों को विरुद्ध कार्यवाहवाही की मांग जिलाधिकारी से मिलकर की।
आटा थाना क्षेत्र के ग्राम गुढ़ा-कुसमरा निवासी सुमित यादव पुत्र सप्तीदीन ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी आशा देवी गरभ अवस्था में थी तथा प्रसव का समय नजदीक था जिसकी बजह से 6 जुलाई को सुबह 10 बजे पत्नी आशा को लेकर जिला महिला अस्पताल आया जहां पर राजजानकी स्टाफ नर्स से मुलाकात की जिन्होंने बताया कि अभी प्रसव में 3-4 दिन का समय है।
आरोप है कि नर्स ने कहा कि अगर सुरक्षित और नार्मल डिलेवरी चाहते हो तो पांच-छह हजार तक खर्च आयेगा तथा दिन-चार दिन बाद आने के लिए कहा तो वह 10 जुलाई को परिजनों के साथ डिलिवरी के लिए महिला अस्पताल पहुंच गया। उस समय रामजानकी नर्स नहीं मिली तब अस्पताल में मौजूद बीरू से बात हुई तो वंदना स्टाफ नर्स से मिलवाया तो उन्होंने डिलेवरी के लिए पांच हजार रुपये की मांग की तो मैंने वंदना नर्स को दो हजार रुपये दिये बाकी तीन हजार रुपये इंतजाम कर देने को कहा। पीड़ित सुमित यादव का आरोप है कि रुपये न देने के कारण नर्स वंदना व स्टाफ ने लापरवाही डिलीवरी बरती जिसकी बजह मेरी पत्नी की डिलेवरी तो हो गयी जिसने बच्ची को जन्म दिया मगर स्टाफ नर्स व अन्य की लापरवाही की बजह से पत्नी की मौत हो गयी। पीड़ित सुमित यादव ने जिलाधिकारी से दोषियों के खिलाफ जांच करवाकर कार्यवाही की मांग उठाई है।।