मेरठ: भारतीय सनातन संस्कृति एवं अध्यात्म के विषय में हम सभी आने वाली पीढ़ी को बताएं-असीम अरूण राज्य मंत्री
विधान केसरी समाचार
मेरठ। मेरठ देहरादून बाईपास स्थित अंसल सुशान्त सिटी वेदव्यासपुरी की सनातन सेवा संस्थान मन्दिर समिति की ओर से श्रावण-मास के शुभ अवसर पर सनातन मन्दिर के शिलान्यास कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) असीम अरूण एवं विशिष्ट अतिथि विश्व विजय सिंह (संरक्षक) आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय दौसा, संरक्षक प्रदीप कुमार जैन, महासचिव – अमरदीप सिंह, सचिव – जितेन्द्र कुमार, उपाध्यक्ष – शीशपाल यादव, आर॰डबल्यू॰एस॰ के अध्यक्ष – अशोक कुमार अग्रवाल, चैधरी अमन सिंह, प्रोफेसर जयभगवान, ब्रिज मोहन अग्रवाल सहित अन्य पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत किया।
वेदव्यासपुरी स्थित अन्सल सुशान्त सिटी सेक्टर-5 में सनातन सेवा संस्थान की ओर से सनातन मन्दिर के शिलान्यास का कार्यक्रम आयोजित किया गया। शिलान्यास कार्यक्रम पूरे विधि-विधान एवं मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुआ।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में असीम अरुण ने कहा कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि अपनी आने वाली पीढ़ी को भारतीय सनातन संस्कृति एवं अध्यात्म के विषय में बताये तथा मन्दिर आध्यात्मिक शिक्षा के केन्द्र बने। उन्होंने मन्दिर समिति को सुझाव दिया कि आप सौर ऊर्जा एवं वर्षा जल संचयन जैसी तकनीक को मन्दिर में अपनायें।
इस अवसर पर मन्दिर समिति के महासचिव अमरदीप सिंह द्वारा मुख्य अतिथि असीम अरुण एवं विशिष्ट अतिथि श्री विश्व विजय सिंह को बताया गया कि भारत देश में ऐसा पहली बार होगा कि किसी मन्दिर का निर्माण 3 डी॰ प्रिंटिंग जैसी क्रान्तिकारी तकनीक से किया जायेगा।
कार्यक्रम में मंदिर के संरक्षक प्रदीप कुमार जैन ने बताया कि मंदिर का भव्य निर्माण सनातन सेवा संस्थान करवा रहा है। मंदिर के विशेष आकर्षण में राधा-कृष्ण मंदिर, शिव मंदिर, राम दरबार, दुर्गा मंदिर, दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर, यज्ञशाला, सत्संग भवन, धार्मिक पुस्तकालय, भोजनशाला, पोस्ट ऑफिस, पुलिस चैकी आदि शामिल हैं। इससे भक्तजनों के साथ सभी वर्गों के लोगों को लाभ प्राप्त होगा। मंदिर निर्माण का कार्य बड़ी तेजी से पूरा किया जाएगा। इस मौके पर स्थानीय निवासियों के साथ मंदिर समिति के सभी पदाधिकारी आदि सहित भारी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।