बांदाः अब हमारी भी सुनो अंजनी के लाल
विधान केसरी समाचार
बांदा। शहर के अतर्रा रोड में स्थित महावीरन मंदिर में सावन के पूरे महीने मेले का आयोजन किया जाता है। श्रद्धालु मेले में पहुंचकर जहां खरीददारी करते हैं, वहीं महावीरन मंदिर के नाम से प्रख्यात देवस्थान में पहुंचकर बजरंग बली के दर्शन करते हैं और प्रसाद चढ़ाते हैं। सावन का आखिरी मंगलवार होने के कारण दोपहर के समय से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पूजन-अर्चन और दर्शन के लिए महावीरन मंदिर पहुंच गई थी। इसके साथ ही मेले में भी श्रद्धालुओं की रेलमपेल मची रही।
सावन के महीने मंे जहां भगवान भोलेनाथ की पूजा विधिवत की जाती है, वहीं अतर्रा रोड स्थित महावीरन मंदिर में पूरे सावन के महीने भर विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में दर्जनों की संख्या में छोटी बड़ी दुकानें सजाई जाती हैं। सावन महीने के आखिरी मंगलवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं का महावीरन मंदिर में अंजनी पुत्र के दर्शन को पहुचंने का सिलसिला शुरू हो गया था। दोपहर होते-होते सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु हाथ में यथा उचित चढ़ावा लेकर मंदिर पहुंच गए। बजरंग बली के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लग गई। काफी मशक्कत के बाद श्रद्धालुओं ने बजरंगबली के दर्शन किए और प्रसाद चढ़ाया।
महावीरन मंदिर परिसर में पूरे सावन के महीने पर मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले का लुत्फ उठाने के लिए शहर के साथ ही आसपास के तमाम गांवों के हजारों लोग अपने परिवार के साथ महावीरन मंदिर पहुंचते हैं और बजरंगी के दर्शन करते हुए प्रसाद चढ़ाते हैं। इसके साथ ही आयोजित होने वाले विशाल मेले का आनंद लेते हैं।
सड़क और मेला परिसर में पुलिस रही तैनात
महावीरन मंदिर में सावन के मंगलवार और शनिवार को विशाल मेले का आयोजन होने के मद्देनजर पूरे महीने पुलिस व्यवस्था दुरुस्त रही। सावन माह के आखिरी मंगलवार को श्रद्धालुओं की उमड़ने वाली जबरदस्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस तैनात की गई थी। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस लगातार भ्रमण करती रही।
यातायात व्यवस्था बहाल रखना बनी चुनौती
हजारों की संख्या में महावीरन मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के बीच अराजकतत्वों पर पैनी निगाह रखना जहां पुलिस के लिए मुश्किल बनी हुई थी, वहीं श्रद्धालुओं के द्वारा आड़ा तिरछा वाहन सड़क पर खड़े कर दिए जाने से यातायात व्यवस्था लगातार प्रभावित होती रही। पार्किंग स्थल न होने के कारण श्रद्धालु सड़क किनारे ही अपने वाहन खड़े करते नजर आए। हालांकि पुलिस श्रद्धालुओं के वाहनों को सड़क किनारे सुरक्षित खड़ा करवाती रही और यातायात सुचारु रूप से चलता रहा।