गोण्डाः हमारी खबर का असरः रिश्वत की खबर पर 03 सदस्यीय टीम ने स्टॉफ नर्सों से लिया लिखित शिकायती पत्र
विधान केसरी समाचार
गोण्डा। अन्य जनपद सुल्तानपुर,नोएडा व गाजियाबाद से आयी हुई संविदा स्टाफ नर्सों द्वारा दिनांक 27 अगस्त 2022 को सीएमओ कार्यालय के वरिष्ठ शशिकांत सिंह पर ज्वाइनिंग लेटर देने के बदले 50 से 20000 रुपए की मांग किए जाने का आरोप लगाया गया था जिसका वीडियो वायरल हुआ। जिसकी खबर कई सोशल मीडिया व अखबारों में प्रकाशित होने पर दिनांक 05 सितम्बर 2022 को स्वास्थ्य विभाग के 01 एसएमओ व 02 डिप्टी सीएमओ की 03 सदस्यीय टीम द्वारा तीनों स्टॉफ नर्सों को
शाम करीब साढ़े 06 बजे कक्ष में बुलाकर करीब 07 बजे शाम तक पूछताछ करने के बाद लिखित शिकायत पत्र लिया गया। चर्चा है कि जिन स्टॉफ नर्सों द्वारा 27 अगस्त को लिपिक को नामजद करके आरोप लगाया गया था क्या उन्हीं स्टॉफ नर्सों द्वारा अपने ही द्वारा पूर्व में लगाए गए आरोपों में कुछ बदलाव किया गया है यदि कुछ ऐसा किया गया है तो यह बहुत बड़ी घटना है।
सीएमओ कार्यालय में जारी खेल पर नही हुई कार्यवाही
वर्ष 2022 के पल्स पोलियो अभियान के पम्पलेट छपाई व वितरण में भारी अनियमितता की गई व वर्ष 2022 में विशेष संचारी रोग अभियान हेतु समस्त सीएचसी पर पुराने वर्ष 2021 का पोस्टर भेजा गया। जिसकी शिकायत होने व खबर प्रकाशित होने पर भी उच्चाधिकारियों को होने के बाद भी नियमानुसार कार्यवाही नही हुई। वर्ष 2022 में हुए स्वास्थ्य मेले के टेंडर व सगुन किट सप्लाई में स्वास्थ्य विभाग द्वारा भारी अनियमितता किए जाने की खबर कई समाचार पत्रों ने प्रकाशित किया व सोशल मीडिया द्वारा दिखाए जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुई।
हाजिरी लगाने में किस तरह चल रहा खेल
दिनांक 03 सितम्बर 2022 को वरिष्ठ लिपिक शशिकांत सिंह के कक्ष संख्या 10 में दोपहर 12 बजे ताला लटकने की चर्चा होने पर मीडिया द्वारा पुष्टि करने पर चर्चा सत्य पायी गई। जानकारी लेने पर जिला प्रशासनिक अधिकारी दिलीप प्रदीप सिंह ने शशिकांत सिंह के परिवार में किसी की तबियत बिगड़ने के चलते वह कार्यालय नही आए हैं इसलिए उन्हें अनुपस्थिति नही किया जिस। ततपश्चात सीएमओ डॉ0 रश्मि वर्मा ने दूरभाष पर बताया कि लिपिक के घर किसी की शादी है इसलिए वह नही आए हैं। सीएमओ व जिला प्रशासनिक अधिकारी के बयान पर गौर करने पर सवाल उठता है दोनों में कौन कितना सत्य बोल रहा है। यदि लिपिक द्वारा दोपहर 12 बजे तक उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर नही किया गया तो उसे अनुपस्थिति क्यों नही किया गया यदि अवकाश प्रार्थना पत्र आया भी हो तो सीएल क्यों नही चढ़ाया गया। यदि चर्चा को मानें तो कार्यालय में कुछ चहेते कर्मचारी ऐसे भी हैं जो बारी बारी अवकाश करते हैं और जब आते हैं तो बीते दिन का भी हस्ताक्षर बनाकर पूरे माह की तनख्वाह लेते हैं।
जिला प्रशासनिक अधिकारी को जी.ओ. के हिसाब से नही दिया गया चार्ज
सीएमओ कार्यालय में कार्यरत जिला प्रशासनिक अधिकारी दिलीप प्रदीप सिंह जो पीसीएस रैंक के होने के बावजूद वह सरल स्वभाव के ईमानदार व्यक्ति हैं जिन्हें हाजिरी भरवाने व कोर्ट का कार्य सौंपा गया है। शासनादेश के अनुसार जिला प्रशासनिक अधिकारी को कई अन्य जिम्मेदारियां सौंपी जानी चाहिए परन्तु उनके ईमानदारी के चलते उन्हें जांच करने सहित अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां नही दी जा रही है।