अंबेडकरनगरः रामराज में रेप पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली जिम्मेदार कौन?

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अंबेडकरनगर। महिला सम्मान के कसीदे पढ़ने वाली भाजपा सरकार में एक रेप पीड़िता फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिले के मालीपुर थाना क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग लड़की ने बुधवार को घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।15 वर्षीय गैंगरेप पीड़िता को 19 दिन बीतने के बावजूद न्याय ना मिलने से उसी दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिस दुपट्टे को थानाध्यक्ष के सामने फैलाकर न्याय की भीख मांग रही थी। यह खबर सरकार और प्रशासन के लिए चुल्लू भर पानी में डूब मरने के बराबर है।

परिजनों ने बताया कि मालीपुर थाना अध्यक्ष को सब मालूम होने के बावजूद,, कि नाबालिग लड़की को अगवा कर लखनऊ के होटल में जबरन बलात्कार किया गया। बावजूद यह मामले को ठंडे बस्ते में डालना चाह रहे थे। मामले की जानकारी होने पर एसपी सहित आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने जब शव को पीएम के लिए भेजने का प्रयास किया तो परिजन सहित ग्रामीणों प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने के साथ शव को रोक दिया। उन्होंने तीन आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग शुरू कर दी। एक दिन पूर्व घर आने पर पीड़िता ने पुलिस से कहा था कि अगर आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए तो आत्महत्या कर लेगी।

मामला पिछले दिनों एक 15 वर्षीय नाबालिग छात्रा स्कूल जा रही थी। उसी दौरान कटघर मूसा निवासी एक युवक ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर छात्रा का अपहरण कर लिया। इसके बाद उसे कार से लखनऊ के एक होटल में ले जाकर सामुहिक दुष्कर्म किया। मौका देख छात्रा वहां से किसी तरह भाग गई। घर पहुंचने पर उसने परिवार के लोगों को आपबीती बताई। इसके बाद पिता ने थाने में नामजद शिकायती पत्र देकर तीन लोगों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के बाद भी अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया। इस बीच बुधवार की सुबह किशोरी ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

सामुहिक दुष्कर्म पीड़िता के आत्महत्या की जानकारी होने पर गांव नहीं बल्कि पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों के मुताबिक पुलिस ने नामजद केस नहीं दर्ज किया था और रेप की धारा भी नहीं लगाई थी। इससे किशोरी आहत थी। मंगलवार को उसके घर पुलिस आई तो उसने आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर आत्महत्या की धमकी भी दी थी। घटना की जानकारी होने पर एएसपी संजय कुमार राय, एसपी अजीत कुमार सिन्हा फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का प्रयास किया तो ग्रामीण शव ले जाने से रोक दिए और तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़ गए। पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया।पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि अपहरण का केस दर्ज था। किशोरी के कोर्ट में बयान के बाद दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी गई थी। प्रकरण की विस्तृत जांच सभी बिंदुओं पर कराई जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन पहले ही कर दिया गया है। जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।