बीसलपुर: श्रीमद् भागवत कथा सुनने से परिवारों में आती है सुख शांति- कथावाचक हरिमोहन शुक्ला

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बीसलपुर। कथावाचक हरिमोहन शुक्ला ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से परिवारों में सुख शांति आती है जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। कथावाचक नगर के मोहल्ला दुवे में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देवताओं ने जगत का कल्याण करने के लिए श्रीमद् भागवत कथा की रचना की है इसको सुनने से परिवारों में सुख शांति वैभव बना रहता है। परमात्मा सर्वशक्तिमान, सर्वव्यापी है। कण-कण में उसका बसेरा है। हम उसके बारे में कुछ भी जानने का प्रयास नहीं करते हैं। परमात्मा ने हमें क्या दिया उस की भक्ति करने से हमें क्या प्राप्त होगा और यह जीवन हमें किस लिए प्राप्त हुआ है इसका बोध हमें नहीं है। सांसारिक माया मोह में फंसकर हम परमात्मा से दूरी बनाए हुए हैं। मृत्यु का भी हमें भय नहीं है। रात दिन भौतिक सुखों को पाने के लिए परिश्रम करने में लगे रहते हैं। परंतु परिश्रम करने से भी वह सब प्राप्त नहीं होता है। जिसकी हमारे अंतःकरण में इच्छा बनी रहती है। दुनिया के सारे सच बदल सकते हैं। परंतु एक सच्चाई अटल है हर व्यक्ति को उसका सामना करना ही होता है उसका नाम मृत्यु है। मृत्यु अटल है परमात्मा के द्वार पर जाकर हमें अपने कर्मों का लेखा जोखा भी देना होता है।

इसलिए सांसारिक माया मोह से दूर रहकर हमें परमात्मा की शरण में ही रहना चाहिए तभी हमारा जीवन सार्थक हो सकेगा अन्यथा संसार के सारे सुखों को प्राप्त करने के बाद भी परमात्मा की कृपा हम प्राप्त नहीं कर पाएंगे। संतो के पास ज्ञान का खजाना होता है। हमें उनसे यह खजाना अवश्य अर्जित करना चाहिए। क्योंकि ज्ञान रूपी खजाना कभी भी समाप्त नहीं होता है। जितना इसे बांटते हैं उतना ही वह बढ़ता जाता है।

श्रीमद् भागवत कथा ऐसा दिव्य ग्रंथ है जिसकी रचना देवताओं ने जगत के कल्याण के लिए की है। इसलिए सभी को इसका अमृत पान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें व्यर्थ में घमंड व अहंकार नहीं करना चाहिए। क्योंकि अहंकार से सिर्फ पतन होता है। फलदार वृक्ष सदैव झुके रहते हैं। हमें अपने जीवन में मधुरता, शिष्टाचार, मृदुभाषी, धार्मिक, ईश्वरीय भक्त बने रहना चाहिए। इस मौके पर रमेश महाराज शुक्ला, राजा बाबू शुक्ला, राजेश शुक्ला, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।