मार्गशीर्ष अमावस्या पर मंगल-पितृ दोष से मुक्ति पाने कर लें ये उपाय
मार्गशीर्ष अमावस्या 12 दिसंबर 2023, मंगलवार को है. ये साल की आखिरी भौमवती अमावस्या होगी. मान्यता है कि भौमवती अमावस्या पर पितरों और हनुमान जी की पूजा, उपाय करने से मंगल दोष और पितृ दोष दूर हो जाते हैं साथ ही घर में सुख-बरकत बनी रहती है.
जिन लोगों को मांगलिक दोष के कारण विवाह में रुकावटें आ रही है वह मार्गशीर्ष माह की भौमवती अमावस्या पर कुछ विशेष उपाय कर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं.
मार्गशीर्ष अमावस्या के उपाय
मंगल दोष होगा दूर – मार्गशीर्ष अमावस्या मंगलवार को है. ऐसे में मंगल दोष के कारण विवाह में देरी हो रही है तो मंगल ग्रह के बीज मंत्र ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः का 108 बार जाप करें या उससे जुड़ी वस्तुएं स्वर्ण, गुड़, घी, लाल मसूर की दाल, कस्तूरी, केसर, लाल वस्त्र, मूंगा, ताम्बे के बर्तन का निर्धन को दान करें.
पितरों को तृप्त करेगा ये उपाय – मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन त्रिपिंडी श्राद्ध करने से तीन पीढ़ियों के पितर तृप्त हो जाते हैं. साथ ही पितृ दोष से छुटकारा मिलता है. त्रिपिंडी श्राद्ध करने से पूर्वज प्रसन्न होकर घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहने का आशीर्वाद देते हैं.
तरक्की की राह होगी आसान – मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन जल में तिल डालकर स्नान करें. इसके बाद तर्पण करें और पितरों के देवता अर्यमा की पूजा करें. इस दिन पितृ सूक्त का पाठ करें. ये उपाय आपकी तरक्की की राह में आ रही परेशानियों का अंत करेंगा.
मार्गशीर्ष अमावस्या 2023 मुहूर्त
पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष अमावस्या 12 दिसंबर 2023 को सुबह 06 बजकर 24 मिनट से शुरू होगी और 13 दिसंबर 2023 को सुबह 05 बजकर 01 मिनट पर इसका समापन होगा.
- स्नान मुहूर्त – सुबह 05.14 – सुबह 06.09
- पितृ पूजा – सुबह 11.54 – दोपहर 12.35