बाराबंकीः विलक्षण प्रतिभा की धनी थी इन्दिरा गांधी जिसने अपनी हत्या तक देश का नेतृत्व किया- पीएल पुनिया
विधान केसरी समाचार
बाराबंकी। भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्रीमती इन्दिरा गांधी विलक्षण प्रतिभा की धनी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थी जिन्होने 1966 से 1977 और पुनः 1980 से 31 अक्टूबर 1984 को हुयी अपनी दुःखद हत्या तक देश का नेतृत्व किया उनके लिये देश और आवाम सर्वोपरि थे। लगातार दो सूखे पडने के बाद जब इन्दिरा जी ने देश की सत्ता सम्भाली तब उन्होने सूखे पर काबू पाने के लिये हरित क्रान्ति योजना चलाकर देश को खाद्यान्न के मामले मेे आत्मनिर्भर बनाया पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गांधी ने बैको का राष्ट्रीकरण एकाधिकार आयोग की स्थापना, पेटेंट अधिनियम पारित कराकर तथा प्रिवीपर्स को समाप्त करके खेतो और कारखानो दोनो जगहो पर सामंतवाद का खात्माकर देश के संसाधनो को लोगो के दरवाजे तक पहुंचकार भारत की जनता को देश की सम्पत्ति का असली मालिक बनाया आज उनकी जयंती के अवसर पर हम कांग्रेस परिवार के साथ उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करके उनके दिखाये रास्ते पर चलने का संकल्प करते है।
उक्त उद्गार पूर्व राज्यसभा सांसद डा0 पी0एल0 पुनिया ने आज अपने ओबरी आवास पर देश की पहली महिला प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गांधी की जयन्ती के अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उनके चित्र पर श्रद्धसुमन अर्पित करने के पश्चात् आयोजित गोष्ठी में व्यक्त किये जिसकी अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन तथा संचालन नगर अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा फोटोवाला ने किया।
कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 इन्दिरा गांधी के चित्र पर कांग्रेसजनो के साथ श्रद्धासुमन अर्पित करने के पश्चात् दिवंगत प्रधानमंत्री स्व0 श्रीमती इन्दिरा गांधी के संघर्ष एवं योगदान पर चर्चा करते हुये कहा कि इन्दिरा जी हमेशा लोकतंत्र पर विश्वास करती थी और वह चाहती थी कि अन्तिम फैसला जनता करे 1977 के जनादेश को उन्होने बिना किसी हिचकिचाहट के स्वीकार करके अपना इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस पार्टी के हार के कुछ महीनो बाद ही बिहार के बेलछी गांव में जब दलितो पर अत्याचार हुआ तो उन्हे राहत दिलाने के लिये वह हाथी पर सवार होकर नदी पार करके उनके बीच पहुंची क्योकि उन्हे विश्वास था कि जिन लोगो ने 1977 में उनका और कांग्रेस का साथ छोडा है वो फिर उनके और कांग्रेस पार्टी के साथ आयेगे और इसी के भरोसे पर उन्होने 1979 के अन्त में हुये आम चुनाव में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करके सत्ता में वापसी की।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्रीमती इन्दिरा गांधी की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करने वालो में मुख्यरूप से पूर्व सांसद डा0 पी0एल0 पुनिया, कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन, नगर अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा फोटोवाला, प्रवक्ता सरजू शर्मा, के0सी0 श्रीवास्तव, इरफान कुरैशी, राजेन्द्र गोस्वामी, रामहरख रावत, विजय पाल गौतम, अजय रावत, संजीव मिश्रा, अजीत वर्मा, सुरेश वैसवार, महेन्द्रपाल वर्मा, रामचन्दर वर्मा, मुईनुद्दीन अंसारी, जावेद अहमद, राजेश कुमार पाण्डेय, मो0 एजाज, रामविलास यादव, श्रीकान्त मिश्रा, केशवराम, राकेश यादव, राजाराम गौतम, शेषमणि तिवारी, आनन्द रावत, बद्री यादव, गोपी कन्नौजिया सहित दर्जनो की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थे।
इसी क्रम में भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 107वीं जयंती के अवसर पर बाराबंकी में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा जिला कांग्रेस कार्यालय पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी। इसके पश्चात कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल पहुंच कर मरीजों को फल वितरण किया साथ ही मरीजों का हालचाल भी जाना।
इस अवसर पर यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सिकंदर अब्बास रिजवी ने कहा की आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एक ऐसी महिला थीं जिन्होंने न केवल भारतीय राजनीति बल्कि विश्व राजनीति में भी अपना प्रभाव छोड़ा। इंदिरा गांधी ने भारत की एकता को मजबूत करने और देश की प्रगति में बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने भारत की एकता को बनाए रखने के लिए कठिन प्रयास किए। उनका निर्णायक नेतृत्व 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में दिखा, जिसके परिणाम स्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ। इसी कारण उन्हें लौह महिला के नाम से भी संबोधित किया जाता है।
इस अवसर पर शुभम बाल्मीकि, दिलशाद वारसी, शब्बर रिजवी, अनूप बाल्मीकि, गौतम वर्मा, अरशाद अहमद, मोहम्मद समद, अब्दुल्लाह, सोनू यादव, मोहम्मद इकराम, अब्दुलहाई, अवनीश पांडेय, अभिषेक शर्मा, अमित गौतम सहित तमाम लोग मौजूद थे।