संग्रामपुर: गजब का हालः पानी पानी को मोहताज ग्रामीण
विधान केसरी समाचार
संग्रामपुर/अमेठी। जिले के विकास खंड संग्रामपुर क्षेत्र के बबुरी मजरे ठेंगहा के लगभग 20 परिवार के लोगों को मीठा पानी नसीब नहीं है । यहां के लोगों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से मीठे पानी के लिए तरसते हैं, लेकिन पू्र्व विधायक अमेठी महारानी गरिमा सिंह द्वारा एक पानी की टंकी लगाई गई। लेकिन उसमें कपड़ा व अन्य काम हो जाता था केवल भोजन बनाने के लिए बाहर से पानी लाना पड़ता था पिछले 6 माह से यह टंकी भी मरम्मत के अभाव में खराब पड़ी है । इतने संसाधन होने के बाद भी इस गांव के लोग खानाबदोशी जीवन जी रहे हैं।
आज भी इस पुरवे की महिलाएं नदी में रुके पानी से कपड़ा धोती है।वहीं वर्तन भी धोती है।गांव निवासी लाल सिंह ने बताया कि जैसे हमारे पूर्वजों का जीवन यापन पानी को लेकर चल रहा था आज वही स्थिति हमारी भी हो गई है कि नदी के रूके पानी से कपड़ा आदि धुलाई करते हैं पूरा परिवार इसी पानी से स्नान करते हैं। रामा देवी ने बताया की पूर्व विधायक महारानी गरिमा सिंह द्वारा मरहम का काम किया गया था। एक पेयजल की टंकी उनके द्वारा दी गई थी लेकिन इस समय मरम्मत के अभाव में टंकी खराब है ।छुटका ने बताया दाल गलाने के लिए करीब 3 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है विपिन ने बताया जल जीवन मिशन के तहत टोटियां लगाई गई लेकिन टोटियां गांव की शोभा भले बढ़ा रही है । लेकिन पानी नहीं दे रही है। बबुल्ले ने बताया कि हमलोगों पर जल जीवन मिशन के तहत नाम तो दर्ज कर लिया गया है लेकिन मीठा पानी अभी तक नहीं पहुंचा।