प्रयागराज : मंडलायुक्त ने स्वरूपरानी चिकित्सालय में की बैठक कर किया औचक निरीक्षण दिया आवश्यक निर्देश

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विधान केसरी समाचार

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय में कराए जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रगति समीक्षा आज मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने सभी संबंधित अधिकारियों एवं चिकित्सकों की उपस्थिति में किया। उन्होंने सर्वप्रथम एसआरएन हॉस्पिटल परिसर में जाकर सभी संबंधित चिकित्सकों के साथ महाकुंभ की तैयारियों के संबंध में बैठक की।

बैठक में महाकुंभ के दृष्टिकोण से इमर्जेंसी बेड, ब्लड बैंक में पर्याप्त मात्रा में ब्लड की आपूर्ति, सिविल वर्क्स तथा अन्य आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति की अद्यतन स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए सभी कार्यों को समय अंतर्गत पूर्ण कराने एवं चिकित्सालय में इमर्जेंसी महाकुंभ प्लान के दृष्टिकोण से सभी तैयारियां सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए।

तत्पश्चात चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों, इमरजेंसी वार्ड, ट्रामा बिल्डिंग, बर्न वार्ड, एनएचएम के क्रिटिकल केयर सेंटर तथा नई बिल्डिंग का भी निरीक्षण किया गया । निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न स्थानों पर लगाए गए फायर एक्सटिंगुशर को देखा तथा आपातकालीन स्थिति में उसको चलाने के लिए मैन पॉवर की क्या व्यवस्था है उसकी जानकारी ली। परन्तु पूछे जाने पर ट्रेन्ड मैन पावर की कमी पाई गई जिस पर प्रधानाचर्या मेडिकल कॉलेज को पैरामेडिकल स्टाफ की ट्रेनिंग कराते हुए उन्हें प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए गए।

मण्डलायुक्त ने वहां एडमिट मरीजों से बातचीत भी की तथा उनकी समस्याओं को सुनते हुए सीनियर डाक्टरों को निरंतर विजिट करने के निर्देश दिए। वार्डों एवं शौचालयों की सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं थी तथा किचन एवं लौंड्री वार्ड के निरीक्षण के दौरान लौंड्री रजिस्टर में प्रॉपर एंट्रीज नहीं पाई गई जिस पर संबंधित को सभी स्थानों पर आपेक्षित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए सभी लॉग बुक्स मेंटेन करने के निर्देश दिए गए।

कुंभ के दृष्टिगत चल रहे सिविल वर्क्स के निरीक्षण के दौरान कार्यों की प्रगति धीमी पाई गई तथा अपेक्षित मात्रा में लेबर नहीं लगाए गए थे जिस पर मण्डलायुक्त ने चारों संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को अतिरिक्त मैनपॉवर लगाते हुए सभी कामों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। बढ़ती ठंड के दृष्टिगत मरीजों के तीमारदारों हेतु बनाए गए रैन बसेरों को सुव्यवस्थित करते हुए तीमारदारों को ठहराए जाने हेतु अपेक्षित व्यवस्थाएं करने के भी निर्देश दिए गए।